इस्लामाबाद, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के हिंसक विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर देश में मार्शल लॉ लगाने की किसी भी संभावना से इनकार करते हुए सैन्य प्रवक्ता ने सोशल मीडिया में चल रही इन खबरों को खारिज कर दिया है कि सेना के कुछ शीर्ष अधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है और थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल असीम मुनीर की अवज्ञा की है। इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी शरीफ ने कहा: मैं बहुत स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि जनरल असीम मुनीर और उनके अधीन सेना के वरिष्ठ नेतृत्व तहेदिल से लोकतंत्र का समर्थन करते हैं और करते रहेंगे। मार्शल लॉ का कोई सवाल ही नहीं है।
डीजी ने कहा, न तो कोई इस्तीफा दिया गया और न ही कोई अवज्ञा की गई।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि आंतरिक गड़बड़ी और बाहरी साजिशों के बावजूद देश के सशस्त्र बल एकजुट थे।
उन्होंने कहा कि सेना के किसी अधिकारी ने इस्तीफा नहीं दिया है और सीओएएस के किसी भी आदेश का उल्लंघन नहीं किया गया है।
उन्होंने कहा कि सेना का नेतृत्व सरकार और पीटीआई के बीच मौजूदा गतिरोध के बावजूद भी लोकतंत्र की निरंतरता में विश्वास रखता है।
मेजर जनरल चौधरी ने दोहराया, मार्शल लॉ लगाने का कोई सवाल ही नहीं है।