मंडी, 29 जुलाई हाल ही में आदिवासी जिले लाहौल और स्पीति की सुदूर म्यार घाटी में करपट नाले में बाढ़ आने की घटना में स्थानीय ग्रामीणों की लगभग 13 बीघा कृषि भूमि कल शाम भारी मात्रा में गाद से भर गई, जिससे फसल को काफी नुकसान हुआ। बाढ़ अचानक आई, जिससे ग्रामीणों को अपनी जान बचाने के लिए जल्दी से जल्दी जगह खाली करनी पड़ी।
विधायक अनुराधा राणा ने रविवार को लाहौल एवं स्पीति के म्यार घाटी के कटपट गांव का दौरा किया। उदयपुर के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) केशव राम ने बताया कि प्रभावित ग्रामीणों को सुरक्षित क्षेत्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है। सौभाग्य से, किसी की जान नहीं गई और न ही कोई बड़ी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है। संकट के जवाब में, एक राहत और बचाव दल को तुरंत मौके पर भेजा गया। प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि सभी 35 प्रभावित परिवारों को भोजन और आवास की व्यवस्था की जाए।
लाहौल और स्पीति की विधायक अनुराधा राणा ने आज करपट गांव का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि प्राथमिक नुकसान में कृषि भूमि और फसलों को नुकसान शामिल है, साथ ही कुछ सरकारी बुनियादी ढांचे को भी नुकसान पहुंचा है। विधायक राणा ने आश्वासन दिया कि कृषि नुकसान के लिए तुरंत मुआवजे की व्यवस्था की जाएगी।
विधायक ने प्रभावित लोगों को आश्वासन देते हुए कहा, “तत्काल राहत कदम उठाए गए हैं, जिसमें राहत शिविर, राशन सामग्री और पानी की आपूर्ति का प्रावधान शामिल है। प्रशासन जल्द ही अचानक आई बाढ़ के कारणों का पता लगाने के लिए सर्वेक्षण करेगा। यह आकलन भविष्य की तैयारी और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई का मार्गदर्शन करेगा।”
एसडीएम केशव राम के अनुसार, संपत्ति को लगभग 2.5 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है। बाढ़ के कारण बुनियादी ढांचे को काफी नुकसान पहुंचा है, जिसमें चार सिंचाई नहरें, एक पशु चिकित्सा औषधालय भवन, सार्वजनिक शौचालय और एक प्राथमिक विद्यालय भवन शामिल हैं। अन्य सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान का विस्तृत मूल्यांकन अभी चल रहा है।
एसडीएम ने कहा, “अधिकारी आज घटनास्थल पर थे और प्रभावित निवासियों की तत्काल जरूरतों और चिंताओं को दूर करने तथा बाढ़ के प्रभाव का आकलन करने और उसे कम करने के लिए काम कर रहे थे।”