शिमला, कड़ाके की ठंड के बावजूद, स्कूल प्रबंधन समितियों (एसएमसी) द्वारा नियुक्त शिक्षकों की भूख हड़ताल यहां उपायुक्त कार्यालय के परिसर के बाहर आज पांचवें दिन भी जारी रही।
एसएमसी शिक्षक लंबे समय से राज्य सरकार से अभिभावक शिक्षक संघ (पीटीए), प्राथमिक सहायक शिक्षक (पीएटी) और पैरा शिक्षकों की तर्ज पर अपनी सेवाओं को नियमित करने की मांग कर रहे हैं।
आज यहां द ट्रिब्यून से बात करते हुए एसएमसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुनील शर्मा ने कहा कि पांच दिन बीत गए हैं और राज्य सरकार का एक भी प्रतिनिधि हमसे मिलने नहीं आया है, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तो दूर की बात है।
उन्होंने कहा कि सीएम सुक्खू यहां आयोजित नाबार्ड सेमिनार से निकलने के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उनके विरोध के संबंध में पूछे गए सवाल को भी टाल गए। शर्मा ने कहा, “हम लंबे समय से सरकार के सामने अपनी मांगें उठाते रहे हैं लेकिन हमें केवल आश्वासन ही दिए गए।” उन्होंने कहा कि एसएमसी शिक्षक अपनी मांगें पूरी होने तक भूख हड़ताल जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि वे आगामी बजट सत्र के दौरान हिमाचल प्रदेश विधानसभा के परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन करने पर भी विचार करेंगे। प्रदेश भर के सरकारी स्कूलों में 2,500 एसएमसी शिक्षक सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर उन्हें 25 जनवरी या उससे पहले नियमित नहीं किया गया तो वे 26 जनवरी से क्रमिक भूख हड़ताल करेंगे।
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