प्रेस क्लब और मयंक फाउंडेशन के संयुक्त प्रयासों से विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर प्रेस क्लब भवन में विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में 53 रक्तदाताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिनमें पति-पत्नी और पिता-पुत्री की अनोखी जोड़ी भी शामिल थी, जिन्होंने आगे आकर एक साथ रक्तदान किया और समाज के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया।
इस शिविर में प्रेस क्लब व मयंक फाउंडेशन के सदस्यों के अलावा शहर की गणमान्य हस्तियों ने भी बढ़-चढ़कर रक्तदान कर समाज सेवा में अपना योगदान दिया। इनमें नगरपालिका अध्यक्ष रिंकू ग्रोवर, एसएमओ डॉ. निखिल गुप्ता, डॉ. जतिंदर कोछड़, डॉ. अनमोल सोढ़ी, एडवोकेट करण पुग्गल व पिता-पुत्री शविंदर मल्होत्रा व उनकी बेटी अंशिका मल्होत्रा, पति-पत्नी गगन व मीनू अग्रवाल, गौरव व श्वेता ग्रोवर, राजकुमार व उनकी पत्नी रजनी ग्रोवर ने भी रक्तदान किया। रक्तदान करने वाले परिवारों ने कहा कि वे अपनी नई पीढ़ी को भी रक्तदान करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, क्योंकि “रक्तदान महादान है” तथा एक यूनिट रक्त किसी की जान बचा सकता है।
रक्तदान करने वालों में रॉबिन भी शामिल थे, जिन्होंने अपना जन्मदिन रक्तदान करके मनाया और दूसरों से इस नेक काम के लिए नियमित रूप से आगे आने का आग्रह किया। पहली बार रक्तदान करने वाले ज्योत कुमार और अरुणव वशिष्ठ ने भी अपने सकारात्मक अनुभव साझा किए और भविष्य में भी रक्तदान जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई।
परिवार के जोड़ों की प्रतीकात्मक भागीदारी ने मानवता सेवा के प्रति बढ़ती जागरूकता और पीढ़ीगत बदलाव पर जोर दिया। रक्तदान करने वाले परिवारों ने बताया कि वे युवा पीढ़ी को रक्तदान के महत्व को समझने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं, जिसे उन्होंने जीवन बचाने में सक्षम “सर्वोच्च दान” बताया।
प्रेस क्लब के अध्यक्ष मनदीप कुमार ने सभी रक्तदाताओं का हार्दिक धन्यवाद किया और दोहराया कि रक्तदान मानवता के सबसे महान कार्यों में से एक है, उन्होंने पुष्टि की कि प्रेस क्लब भविष्य में भी ऐसे शिविरों का आयोजन करता रहेगा।
मयंक फाउंडेशन के संस्थापक दीपक शर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि रक्तदान के बारे में जागरूकता फैलाना और जरूरतमंदों को समय पर रक्त उपलब्ध कराना उनका प्राथमिक मिशन है। उन्होंने इस तरह की पहल के माध्यम से मानवता की सेवा के लिए फाउंडेशन के निरंतर समर्पण की पुष्टि की।
इस रक्तदान शिविर को सफल बनाने में डॉ. दिश्विन बाजवा और उनकी टीम ने विशेष योगदान दिया। इस प्रयास से रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूकता फैली और युवा पीढ़ी को नए रक्तदाता बनने के लिए प्रेरित किया गया।