मऊ, 29 मार्च । माफिया मुख्तार अंसारी का अपराध की दुनिया से कितना पुराना रिश्ता रहा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसके खिलाफ एक या दो नहीं, बल्कि 65 मुकदमे दर्ज थे, जिसमें 18 हत्या के थे। अब मुख्तार अंसारी की मौत के बाद हत्या के एक मामले में मृतक की पत्नी ने अपना बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि मुख्तार अंसारी की मौत से उनको बहुत सकून मिला है।
मुख्तार अंसारी के खिलाफ लखनऊ, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, सोनभद्र, मऊ, आगरा, बाराबंकी, आजमगढ़ के अलावा नई दिल्ली और पंजाब में भी मुकदमा दर्ज थे।
मऊ जनपद के शहर के नरइबान्ध स्थित यूनियन बैंक के पास 29 अगस्त 2009 को ठेकेदार अजय प्रकाश उर्फ मन्ना सिंह पर तीन बाइक पर सवार 6 बदमाशों ने गोलियां बरसाई, जिसमें ठेकेदार मन्ना सिंह की मौत हो गई। ठेकेदार का चालक साबिर व इनका साथी राजेश राय को भी गोली लगी थी, जिन्हें वाराणसी में भर्ती कराया गया था।
इस मामले में मन्ना सिंह के भाई हरिंदर सिंह ने मऊ सदर से तब के विधायक मुख्तार अंसारी, हनुमान पांडे, कल्लू सिंह और उमेश सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मुख़्तार अंसारी की मौत के बाद मृतक ठकेदार मन्ना सिंह की पत्नी मंजू सिंह ने आईएएनएस को बताया कि मुझे अंदर से काफी सकून मिल रहा है।
माफिया मुख्तार अंसारी की रानी दुर्गावती अस्पताल में उपचार के दौरान गुरुवार देर रात मौत हो गई। जेल में एकाएक स्वास्थ्य बिगड़ने पर उसे फौरन अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया, जिसके बाद समाजवादी पार्टी ने जहां उसकी मौत पर दुख व्यक्त किया, वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फौरन एहतियात बरतते हुए अधिकारियों को सुरक्षा-व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिए। मऊ में भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है।