नई दिल्ली, 30 अगस्त । लगभग दो दशक के करियर में कई हिट फिल्मों में किरदार निभाने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत ने गुरुवार को कहा कि उन्हें अभिनेत्री होने से नफरत है। लेकिन, उन्हें निर्देशक बनना पसंद है।
कंगना रनौत से जब पूछा गया कि अभिनय या फिल्म निर्माण, दोनों में अधिक चुनौतीपूर्ण कौन है? इस पर उन्होंने आईएएनएस से कहा कि अभिनय बिल्कुल भी चुनौतीपूर्ण नहीं है। मुझे लगता है कि अभिनय मेरे लिए बहुत ही निष्क्रिय है। उन्होंने कहा कि मुझे अभिनेत्री होने से नफरत है, मुझे इससे इतनी अधिक नफरत करती हूं कि आपको बता नहीं सकती। आप सेट पर आते हैं और हमेशा सोचते हैं कि क्या हो रहा है? कौन सा दृश्य हो रहा है? आप हमेशा सोचते हैं कि क्या हो रहा है?”
उन्होंने कहा कि इसके अलावा आप सोचते हैं कि मेरी जिंदगी में क्या हो रहा है? मैं क्या कर रही हूं? इतना समय बर्बाद हो रहा है और हमारे पास सीमित समय है। और ये मेरी जिंदगी के सबसे अच्छे साल हैं। और फिर एडी आता है और कहता है ‘हम तैयार हैं’ और जब आप तैयार होते हैं तो (वे कहते हैं) ‘रुको, रुको’… आप मुख्य अभिनेता हैं, फिर भी। मुझे यह पसंद नहीं है। निर्देशक होने के नाते, मुझे निर्देशक होने का प्यार है। आप मुझसे पूछते हैं, ‘क्या हो रहा है?’ मैं जानती हूं, मैं आपको बताऊंगी। मुझे लगता है कि मैं उन निर्देशकों में से एक हूं जो जानते हैं कि अभिनेता कितने कमजोर होते हैं। अभिनेता मेरे पसंदीदा लोग हैं सेट पर।
उन्होंने कहा कि अभिनेता उनके “पसंदीदा लोग” हैं “क्योंकि मुझे पता है कि उनके दिमाग में क्या हो रहा है। मैं उनकी देखभाल करना पसंद करती हूं। मैं उन्हें बताती हूं, ‘आओ बैठो’, ‘देखो, यह हो रहा है अब’। मुझे उन्हें मार्गदर्शन करना पसंद है। मुझे अभिनेत्री होने का प्यार नहीं है।”
कंगना रनौत अपनी आगामी फिल्म “इमरजेंसी” के रिलीज की तैयारी कर रही हैं, जिसमें अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े, विशाक नायर, महिमा चौधरी, मिलिंद सोमन और सतीश कौशिक मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म में, अभिनेत्री पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रही हैं। “इमरजेंसी” 6 सितंबर को रिलीज होने वाली है। फिल्म 1975 में घटित सच्ची घटनाओं पर आधारित है। यह घटना भारतीय इतिहास में सबसे शक्तिशाली महिलाओं में से एक इंदिरा गांधी के नेतृत्व में हुई थी।
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