मुंबई, 25 सितंबर । टेलीविजन धारावाहिक ‘दुर्गा’ में खलनायिका पानी बाई का किरदार निभा रहीं अभिनेत्री इंदिरा कृष्णा ने कहा कि उन्हें अपने किरदार में जान डालने के लिए राजस्थानी लहजा सीखना पड़ा।
इंदिरा ने कहा, ”एक कलाकार के तौर पर आपकी आवाज एक किरदार में जान फूंकती है, एक कहानी कहती है, और पूरे दृश्य का मूड बदल सकती है। वास्तव में किसी और की तरह बनने के लिए अपनी आवाज की स्वाभाविक लय, पिच या स्वर में बदलाव करना जरूरी हो सकता है, और पानी बाई के रूप में मेरी भूमिका बहुत मजबूत है, इसके लिए राजस्थानी लहजा चाहिए।”
उन्होंने बताया कि जब वह किसी स्क्रिप्ट पर काम करती हैं, तो अपनी रचनात्मकता के साथ कई चीजों पर काम करती हैं।
” उन्होंने मुझे अपने किरदार को न्याय देने के लिए प्रेरित किया। हर कोई यह मौका नहीं देता, लेकिन मैं पूरी तरह से अपने आप को बदलना चाहती थी, और इसके लिए जरूरी था कि मैं अपनी आवाज बदलूं।”
“कृष्णदासी”, “कहानी घर घर की”, “सावी की सवारी” जैसे शो में अभिनय के लिए जानी जाने वाली अभिनेत्री बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन और अमेरिकी स्टार मार्लन ब्रैंडो से प्रेरणा लेती हैं।
उन्होंने कहा, “किसी भूमिका पर हस्ताक्षर करने से पहले मैं अपना होमवर्क सुनिश्चित करती हूं। अपनी आवाज बदलने के लिए मुझे अमिताभ बच्चन जी याद आए। 1990 में रिलीज हुई बॉलीवुड फिल्म अग्निपथ में उन्होंने अभिनय करते समय अपनी आवाज बदली है।”
वहीं हॉलीवुड फिल्म द गॉडफादर में भी अभिनेता मार्लन ब्रैंडो ने वीटो कोरलियोन की भूमिका निभाते समय अपनी आवाज बदली।
उन्होंंने कहा कि मैं हमेशा से ही सही तरीके खोजने की कोशिश करती हूं।
“दुर्गा” में प्रणाली राठौड़ और आशय मिश्रा भी हैं।
इंदिरा कृष्णा के करियर की बात करें, तो वह नितेश तिवारी की आगामी फिल्म “रामायण” में कौशल्या की भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। इसमें रणबीर कपूर भगवान राम और साई पल्लवी देवी सीता की भूमिका में हैं।
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