चंडीगढ़, 9 मई । पंजाब के बठिंडा लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की उम्मीदवार पूर्व आईएएस अधिकारी परमपाल कौर सिद्धू ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और वह राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार दोबारा ड्यूटी पर नहीं आएंगी।
पंजाब सरकार को जवाब देते हुए सिद्धू ने कहा, “मैं नौकरी दोबारा ज्वाइन नहीं करूंगी। वे (पंजाब सरकार) जो चाहें कार्रवाई कर सकते हैं। मैं अब सेवानिवृत्त हो गई हूं और मेरा इस्तीफा केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया है।”
उन्होंने कहा, “मैं जल्द ही अपना नामांकन दाखिल करूंगी और चुनाव लड़ूंगी।”
इससे पहले, केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को सिद्धू द्वारा चुनी गई स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना को तत्काल प्रभाव से स्वीकार करने का निर्देश दिया था। दूसरी ओर, राज्य सरकार ने आईएएस अधिकारी को तुरंत ड्यूटी पर लौटने के लिए कहा था और कहा था कि उन्हें “सेवानिवृत्त या सेवा से मुक्त” नहीं माना जा सकता। उन पर सेवानिवृत्ति लेने के लिए “झूठे आधार” देने का भी आरोप लगाया गया, जबकि वह राजनीतिक गतिविधियों में व्यस्त थीं।
अधिकारी को लिखे पत्र में राज्य कार्मिक विभाग ने कहा कि नौकरी छोड़ने के लिए उनकी तीन महीने की नोटिस अवधि माफ नहीं की गई है।
2011 बैच की 59 वर्षीय आईएएस अधिकारी अपने पति के साथ 11 अप्रैल को भाजपा में शामिल हुईं।
1999 के चुनावों को छोड़कर बठिंडा सीट 1996 से शिरोमणि अकाली दल का गढ़ रही है। अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल की पत्नी और मौजूदा सांसद हरसिमरत कौर बादल लगातार चौथी बार जीत की तलाश में फिर से मैदान में हैं। कांग्रेस ने जीत मोहिंदर सिंह सिद्धू को अपना उम्मीदवार घोषित किया है, जबकि राज्य की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने गुरमीत सिंह खुडियन को मैदान में उतारा है।
2019 में हरसिमरत कौर ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के अमरिंदर सिंह राजा वारिंग को 21,772 वोटों से हराया था।