इंडियन डॉक्टर्स फॉर पीस एंड डेवलपमेंट (आईडीपीडी) के अध्यक्ष डॉ. अरुण मित्रा और डॉ. इंद्रवीर सिंह गिल ने पंजाब सरकार के हालिया स्वास्थ्य बजट आवंटन पर कड़ी असहमति जताई है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि स्वास्थ्य क्षेत्र को 2.36 लाख करोड़ रुपये के कुल राज्य बजट में से 5,598 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो कुल बजट का केवल 2.37% है। यह पिछले वर्ष के 5,264 करोड़ रुपये के आवंटन से मामूली वृद्धि दर्शाता है, जो कुल बजट का 2.56% था।
डॉक्टरों ने इस बात पर जोर दिया कि पंजाब की आबादी की स्वास्थ्य सेवा संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए इतना मामूली आवंटन अपर्याप्त है। उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए सीमित वित्तीय प्रतिबद्धता को देखते हुए राज्य के सभी 65 लाख परिवारों को सार्वभौमिक स्वास्थ्य बीमा प्रदान करने की मुख्यमंत्री की योजना की व्यवहार्यता पर सवाल उठाया। डॉ. मित्रा ने कहा, “5,598 करोड़ रुपये का आवंटन कुल बजट का सिर्फ 2.37% है, जो गुणवत्तापूर्ण सेवा के लिए आवश्यक 10% से बहुत कम है।”
चिकित्सा पेशेवरों ने यह भी बताया कि मौजूदा बजट में मुद्रास्फीति के दबावों को पर्याप्त रूप से शामिल नहीं किया गया है, जिससे राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार में बाधा उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने बजट का पुनर्मूल्यांकन करने की मांग की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि स्वास्थ्य क्षेत्र को अधिक पर्याप्त हिस्सा मिले, कम से कम 10% के आवंटन की वकालत की, जिससे पंजाब के लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में सुविधा हो।