शिमला, 13 सितंबर । शिमला के संजौली में अवैध मस्जिद निर्माण के विरोध में हिंदू संगठनों के उग्र विरोध प्रदर्शन करने पर पुलिस ने बुधवार को व्यापारियों पर लाठीचार्ज किया। इसके विरोध में शिमला व्यापार मंडल के आह्वान पर आज व्यापारियों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। इस लाठीचार्ज के विरोध में शेरे पंजाब से लेकर डीसी ऑफिस तक रैली निकाली गई। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में स्थानीय दुकानदार शामिल हुए। इस दौरान शहर में बड़े पैमाने पर सन्नाटा पसरा रहा।
पुलिस-प्रशासन द्वारा धारा 163 लगाए जाने के बावजूद व्यापारियों द्वारा आह्वान की गई रैली में बड़ी संख्या में व्यापारी शामिल हुए। प्रदर्शनकारी मस्जिद गिराने की मांग को लेकर करीब छह घंटे तक अड़े रहे।
इस बीच, पुलिस को गुस्साई भीड़ को काबू करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बार फिर एक्शन लेना पड़ा।
इस दौरान, पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें भी छोड़ी। इस घटना में छह पुलिसकर्मी सहित 12 लोग घायल हो गए। इस बीच, कई लोगों को चोटें भी आई, लेकिन, गुस्साएं लोग नहीं माने और पुलिस के द्वारा लगाए गए बैरिकेड भी तोड़ दिए।
मस्जिद से महज 50 मीटर की दूरी पर धक्का-मुक्की होने से तनाव का माहौल है। इसी दौरान, पुलिस ने लाठीचार्ज करते हुए गुस्साई भीड़ को काबू में करने का प्रयास किया, ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके। कई बार परिस्थितियां ऐसी बनी कि गुस्साई भीड़ को काबू में करने में पुलिस असहाय दिखी।
बता दें कि बुधवार को मस्जिद परिसर में अवैध निर्माण को लेकर हिंदू संगठनों ने साढ़े पांच घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प हुई। प्रदर्शनकारियों ने मस्जिद की ओर मार्च करते हुए ‘हिमाचल ने ठाना है, देवभूमि को बचाना’ और ‘भारत माता की जय’ जैसे नारे भी लगाए।
इस दौरान, पुलिस ने बैरिकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोकने की भी कोशिश की, लेकिन स्थिति नियंत्रित नहीं हो पाई। इसके बाद, पुलिस ने व्यापारियों पर लाठीचार्ज किया, जिसके विरोध में आज व्यापारी मंडल ने विरोध मार्च निकाला।
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