मुरादाबाद, 2 अगस्त । उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से हैरान करने वाला मामला प्रकाश में आया है। यहां दिलनवाज नामक शख्स ने आरोप लगाया कि मस्जिद के इमाम ने उनके पिता के जनाजे में नमाज इसलिए नहीं पढ़ी, क्योंकि वे बीजेपी के कार्यकर्ता थे। लेकिन इमाम ने आरोप को खारिज कर दिया और कहा कि दिलनवाज के पिता पैगंबर की शान में विवादास्पद टिप्पणी करते थे। इसी वजह से उनके जनाजे में नमाज पढ़ने से उसने इनकार किया। अब यह मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में पहुंच चुका है। इस मामले में समिति गठित कर जांच के निर्देश भी दिए गए हैं।
दिलनवाज ने कहा कि बीते सप्ताह उनके पिता का हार्टअटैक से निधन हो गया। इसके बाद उन्होंने मस्जिद के इमाम से निवेदन किया कि वो उनके पिता के जनाजे में नमाज पढ़ें, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। इसके बाद, उन्होंने दूसरे इमाम से संपर्क किया, तब जाकर नमाज पढ़ने की प्रक्रिया को संपन्न किया गया।
इस मामले में मस्जिद के इमाम मौलाना राशिद ने कहा, “ आपको यह समझना होगा कि जनाजे में नमाज पढ़ने का पूरा अधिकार अगर किसी का होता है, तो खुद मृतक के परिवार का होता है, लेकिन अब जिस तरह से यह आरोप लगा रहे हैं कि हमने नमाज पढ़ने से इनकार कर दिया, क्योंकि उनके पिता बीजेपी के कार्यकर्ता थे, तो मैं बता दूं कि यह आरोप निराधार है। इनके पिता पैगंबर मोहम्मद की शान में गुस्ताखी किया करते थे, जिसे ध्यान में रखते हुए हमने उनके जनाजे में नमाज नहीं पढ़ने का फैसला किया। ”
जिलाधिकारी अनिल सिंह ने कहा, “हमने पूरे मामले को संज्ञान में ले लिया है और जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है। आरोप की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए हमने जांच की पूरी रूपरेखा तैयार कर ली है।”