पटना, 14 सितंबर । पटना के गांधी मैदान में शुक्रवार को केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत तीन दिवसीय प्रदर्शनी सह व्यापार मेले का द्वीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया। इस मेले का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में कार्य करने वाले परम्परागत कारीगर और शिल्पकार बंधुओं को तकनीकी, आर्थिक और विपणन के दृष्टिकोण से सुदृढ़ करना है।
उद्घाटन के पश्चात केंद्रीय एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी ने पीएम विश्वकर्मा लाभार्थियों एवं स्थल धारकों को संबोधित किया और उनके स्टॉल पर जाकर उनकी क्षमता एवं सामर्थ्य का जायजा लिया। साथ ही उन्होंने उनके समस्याओं के निदान हेतु उनके गृह स्थान पर ही तकनीकी एवं आर्थिक सहायता तथा बाजार उपलब्ध कराने हेतु एक महत्वपूर्ण योजना का ढांचा तैयार करने का आश्वासन भी दिया।
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत 18 संकायों (बढ़ई, सुनार, गुड़िया एवं खिलौना निर्माता, नाव निर्माता, कुम्हार, मछली पकड़ने का जाल निर्माता, मालाकार, लोहार, मूर्तिकार, धोबी, राजमिस्त्री, मोची/ जूता कारीगर, नाई, दर्जी, ताला बनाने वाला, अस्त्रकार, हथौड़ा, टूल कीट निर्माता एवं टोकरी / चटाई/ झाड़ू निर्माता बुनकर) में काम करने वाले चयनित लाभार्थियों को कौशल प्रशिक्षण के समय 3 हजार रुपए मानदेय, 15 हजार तक की टूल कीट और तीन लाख रुपये का लोन 5 प्रतिशत की रियायत ब्याज दर पर प्राप्त होगा।
इस मेले में योजना से जुड़े विभिन्न कार्यालय जैसे बैंक, राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग, जनसेवा केन्द्र आदि अपने विभाग की योजनाओं और प्रदत सुविधाओं की जानकारी विस्तार से साझा की। इच्छुक पीएम विश्वकर्मा बंधु जनसेवा केन्द्र के स्टॉल पर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। इस अवसर पर मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि यह योजना देश के परंपरागत कारीगर और शिल्पकार बंधुओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।