मंडी जिले के सुंदरनगर में हिमाचल प्रदेश वन अकादमी में आज आयकर अधिनियम-1961 पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इसका उद्देश्य वन विभाग और जेआईसीए वानिकी परियोजना के अधिकारियों को शिक्षित करना था। इस सत्र में मंडी, कुल्लू, धर्मशाला, हमीरपुर, शिमला और ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क सहित विभिन्न क्षेत्रों के लेखाकारों और उप वन रेंज अधिकारियों ने भाग लिया। इस सत्र में आयकर अधिनियम के प्रमुख पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसमें टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) और टीसीएस (स्रोत पर कर संग्रह) पर विशेष जोर दिया गया।
मंडी आयकर अधिकारी अमरजीत शर्मा और राजेंद्र सिंह ने अधिनियम के तहत टीडीएस और टीसीएस की बारीकियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसके अतिरिक्त, इंस्पेक्टर संदीप रेहलान, सुनीता ठाकुर और आदित्य शुक्ला ने आयकर अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों पर बहुमूल्य जानकारी और सुझाव दिए, जिससे प्रतिभागियों को अपनी-अपनी भूमिकाओं में इसके अनुप्रयोग को समझने में मदद मिली।
कार्यशाला का उद्घाटन अकादमी के उपनिदेशक देवेन्द्र सिंह डोगरा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। परियोजना प्रबंधन इकाई शिमला के अधीक्षक पवन बराड़ ने प्रतिभागियों का स्वागत किया। कार्यक्रम प्रबंधक लेखापरीक्षा एवं वित्त अरविंद वर्मा तथा लेखाकार नरेन्द्र कंवर भी कार्यक्रम में सहयोग के लिए उपस्थित थे।