केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि भारत और न्यूजीलैंड के वार्ताकार टीमें ऐसे फ्यूचर रेडी और संतुलित व्यापारिक समझौते के लिए बातचीत कर रही हैं, जो दोनों पक्षों के संवेदनशील मुद्दों का सम्मान करता हो और आर्थिक साझेदारी को गहरी बनाए। साथ ही, बिजनेस और ग्राहकों के लिए नए अवसर खोले।
न्यूजीलैंड के शहर ऑकलैंड में मौजूद गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “उन्होंने अपने न्यूजीलैंड समकक्ष टॉड मैक्ले और दोनों पक्षों के मुख्य वार्ताकारों के साथ चल रही भारत-न्यूजीलैंड फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) वार्ता की समीक्षा की।”
गोयल ने मैकक्ले के साथ रोटोरुआ में भारत-न्यूजीलैंड सीईओ गोलमेज सम्मेलन को भी संबोधित किया। रोटोरुआ न्यूजीलैंड के उत्तरी द्वीप पर स्थित मैकक्ले का होमटाउन है।
गोयल ने कहा, “यह जानकर खुशी हुई कि गोलमेज सम्मेलन में शामिल कई बिजनेस लीडर्स भारतीय मूल के थे। मैंने न्यूजीलैंड की कंपनियों को इस साझा यात्रा में भारतीय उद्योग के साथ और अधिक निकटता से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया, जो दोनों पक्षों के लिए पारस्परिक लाभ और दीर्घकालिक मूल्य का वादा करती है।”
उन्होंने भारत के तेजी से विकसित होते आर्थिक परिदृश्य पर भी प्रकाश डाला और बताया कि कैसे तकनीक, कृषि, शिक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और स्थिरता जैसे क्षेत्रों में बेहतर सहयोग से विकास के नए रास्ते खोल सकता है।
गोयल ने सोशल मीडिया पोस्ट पर आगे लिखा, “अपने खूबसूरत होमटाउन रोटोरूआ में गर्मजोशी से मेरा स्वागत करने के लिए मेरे मित्र टॉड मैक्ले का धन्यवाद। हम साथ मिलकर भारत-न्यूजीलैंड संबंधों को अगले स्तर पर ले जाने के लिए तैयार हैं।”गोयल का रोटोरूआ पहुंचने पर पारंपरिक माओरी स्वागत हुआ।
गोयल ने कहा, “न्यूजीलैंड के ट्रेड मिनिस्टर टॉड मैक्ले के साथ रोटोरूआ के ते पुइया पहुंचने पर पारंपरिक माओरी स्वागत पाकर मुझे बहुत खुशी हुई। इस सांस्कृतिक भाव को मैं बहुत महत्व देता हूं, जो शांति, सद्भाव और पारस्परिक विकास की भावना से हमें अपने समुदाय में स्वागत करने का प्रतीक है।”
उन्हें दोनों देशों के बीच विशेष और बढ़ते पुपल टू पुपल संबंधों के प्रतीक के रूप में पवित्र कामधेनु गाय की मूर्ति भेंट की गई, जिसे भारतीय संस्कृति में समृद्धि लाने के लिए शुभ माना जाता है।


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