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मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार और तेज विकास दर के दम पर निवेश आकर्षित कर रहा भारत : केंद्रीय मंत्री

India is attracting investment on the basis of strong foreign exchange reserves and fast growth rate: Union Minister

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को कहा कि भारत का मजबूत विदेशी भंडार और दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती हुई जीडीपी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों प्रकार के निवेश को आकर्षित कर रही है।

राष्ट्रीय राजधानी में म्यूचुअल फंड मैनेजरों और वित्तीय सलाहकारों द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री ने कहा, “भारत की ग्रोथ स्टोरी सुरक्षित, संरक्षित और स्थिर है।”

उन्होंने आगे कहा, “मेक इन इंडिया जैसे इनिशिएटिव्स के माध्यम से हमारा देश अपनी प्रतिस्पर्धी शक्तियों और बढ़ती मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं के दम पर वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में एकीकृत हो गया है।”

केंद्रीय मंत्री गोयल का बयान ऐसे समय पर आया है, जब देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर छह महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।

भारतीय रिजर्व बैंक के डेटा के मुताबिक, 18 अप्रैल को समाप्त हुए हफ्ते में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 8.3 अरब डॉलर बढ़कर छह महीने के उच्चतम स्तर 686.15 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। बीते छह हफ्तों में देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 39.2 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है।

देश के विदेशी मुद्रा भंडार में मजबूती से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये को मजबूती मिलती है, जो अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा है।

विदेशी मुद्रा भंडार में हाल ही में हुई वृद्धि से रुपया भी मजबूत हुआ है।

पिछले सप्ताह जारी आईएमएफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है और अगले दो वर्षों में छह प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज करने वाला एकमात्र देश हो सकता है।

आईएमएफ आउटलुक रिपोर्ट में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2025 में 6.2 प्रतिशत और 2026 में 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है, जो दूसरे स्थान पर मौजूद चीन के लिए जारी किए गए अनुमान 2025 में 4 प्रतिशत और 2026 में 4.6 प्रतिशत से 2 प्रतिशत अधिक है।

रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में टैरिफ उथल-पुथल मचाने वाले अमेरिका की इस साल जीडीपी वृद्धि धीमी होकर 1.8 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, जो 2026 में और घटकर 1.7 प्रतिशत रह सकती है।

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