N1Live National ‘उत्कर्ष ओडिशा – मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025’ में दिखेगी राज्य की औद्योगिक क्षमता
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‘उत्कर्ष ओडिशा – मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025’ में दिखेगी राज्य की औद्योगिक क्षमता

Industrial potential of the state will be showcased in 'Utkarsh Odisha - Make in Odisha Conclave 2025'

ओडिशा जल्द ही “उत्कर्ष ओडिशा – मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025” की मेजबानी करेगा, जो राज्य की औद्योगिक क्षमता को प्रदर्शित करेगा। इस मौके पर प्रेस ब्रीफिंग में उद्योग मंत्री संपद चंद्र स्वैन ने राज्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला। मंत्री ने बताया कि राज्य का लक्ष्य इस कॉन्क्लेव के दौरान पांच लाख करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करना और ओडिशा को भारत की औद्योगिक क्रांति में अग्रणी बनाना है।

इस कार्यक्रम में देश के प्रमुख उद्योगपतियों जैसे एल.एन. मित्तल, कुमार मंगलम बिड़ला, अनिल अग्रवाल, सज्जन जिंदल, नवीन जिंदल, करण अदाणी और टी.वी. नरेंद्रन की भागीदारी होगी। साथ ही, सिंगापुर, मलेशिया, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम, इटली, बेलारूस और ब्रिटेन सहित 16 देशों के 100 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि और 7,500 उद्योग प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।

मंत्री ने यह भी बताया कि ओडिशा ने नई सरकार के तहत सात महीने में 159 औद्योगिक परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिससे 2.75 लाख करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित हुआ है। इससे 2.15 लाख रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।

मंत्री स्वैन ने कहा, “ओडिशा औद्योगिक विकास के लिए प्रमुख गंतव्य बन रहा है। मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025, राज्य की क्षमता को वैश्विक और घरेलू निवेशकों के सामने लाने का एक बड़ा मंच होगा।”

इसके अलावा, सम्मेलन में भाग लेने वाली प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ ओडिशा का लक्ष्य अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाना और इस्पात, एल्यूमीनियम, नवीकरणीय ऊर्जा, विनिर्माण, आईटी, ग्रीन हाइड्रोजन, ग्रीन अमोनिया, जहाज निर्माण, सेमीकंडक्टर और खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित करना है।

संपद चंद्र स्वैन ने मीडिया से कहा कि प्रदेश के विकास के लिए ‘ओडिशा कॉन्क्लेव 2025’ का आयोजन 28 और 29 जनवरी को जनता मैदान में होने जा रहा है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी भाग लेंगे। इसमें 16 से ज्यादा देशों के महावाणिज्य दूत, उच्चायुक्त और दूतावासों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इसके अलावा, व्यापारिक समुदाय के लोग भी इसमें शामिल होंगे। लगभग 50 हजार लोग इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। दो दिन में लगभग 10 हजार प्रतिनिधि इस आयोजन में शामिल होंगे और 500 से ज्यादा प्रमुख उद्योग समूहों के सीईओ भी आएंगे।

उन्होंने कहा कि इस बार ओडिशा कॉन्क्लेव में कुछ अलग होगा। ‘उत्कर्ष ओडिशा’ के तहत राज्य में कई नए उद्योग और क्षेत्रों में विकास होगा। हमारे राज्य में खनन और खनिज से जुड़े उद्योग, धातु आधारित उद्योग और अन्य क्षेत्रों में विकास हो रहा है। भाजपा की सरकार के आने के बाद हम कई नए उद्योगों की शुरुआत कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इस कॉन्क्लेव में विशेष सत्र आयोजित होंगे, जैसे कि टेक्सटाइल, ग्रीन एनर्जी, आईटी, और विभिन्न उद्योगों से जुड़े सत्र, ताकि यहां के स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों को भी कौशल विकास का अवसर मिले।

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