रोहतक मंडल आयुक्त पीसी मीना ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जिले में सभी नालों की सफाई का शेष कार्य 20 जून तक निर्धारित समय पर पूरा कर लिया जाए। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जिले भर में विभिन्न नालों का निरीक्षण भी किया तथा सफाई के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने मीना को बताया कि नालों की सफाई का अधिकांश कार्य पूरा हो चुका है तथा शेष कार्य निर्धारित समय सीमा तक पूरा कर लिया जाएगा।
मीना ने आईजी आवास के पास रोहतक लिंक ड्रेन का निरीक्षण किया, जिसकी क्षमता 300 क्यूसेक पानी की है। इस ड्रेन से न केवल रोहतक शहर बल्कि आसपास के मायना, कन्हेली और शिमली गांवों को भी लाभ मिलता है। अधिकारियों ने बताया कि इस ड्रेन की आंतरिक सफाई का काम पूरा हो चुका है।
इसके बाद उन्होंने मैकेनिकल वर्कशॉप का दौरा किया और निर्देश दिया कि सभी पंप सेट चालू रहने चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विभिन्न स्थानों पर स्थापित स्थायी पंप सेटों में उचित और सक्रिय बिजली कनेक्शन होना चाहिए।
इसके बाद आयुक्त ने पाकस्मा लिंक नाले का निरीक्षण किया, जिसकी क्षमता 80 क्यूसेक है तथा इससे कसरेटी, पाकस्मा, बलियाणा तथा भालोट गांव लाभान्वित होते हैं। इस नाले की आंतरिक सफाई का कार्य भी पूरा कर लिया गया है।
मीना ने 236 क्यूसेक क्षमता वाले गांधरा लिंक नाले का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों के अनुसार इसकी आंतरिक सफाई पूरी हो चुकी है। इसके अलावा उन्होंने खेरी साध लिंक नाले की स्थिति की भी समीक्षा की।
इस बीच, उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने अधिकारियों को शहरी क्षेत्रों में आवारा पशुओं की पहचान करने के लिए अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा, “पशुपालन विभाग के उप निदेशक स्थानीय गौशालाओं के साथ समन्वय करेंगे। नगर निगम और परिषदों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मानसून के मौसम की शुरुआत से पहले सभी आवारा पशुओं को पकड़कर इन आश्रय स्थलों में स्थानांतरित कर दिया जाए।