ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में एक और कदम उठाते हुए राज्य सरकार हमीरपुर जिले के नादौन में 25 करोड़ रुपये के निवेश से एक एकीकृत एक्वा पार्क स्थापित करने जा रही है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा, “ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना राज्य सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है और मत्स्य पालन क्षेत्र किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।”
विभाग को निर्देश दिया गया है कि वह किसानों के बीच आधुनिक जलकृषि पद्धतियों को अपनाए और बढ़ावा दे, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उन्हें उनकी कड़ी मेहनत का उचित प्रतिफल मिले। सुखु ने कहा कि परियोजना के लिए उपयुक्त भूमि की पहचान कर ली गई है तथा आईसीएआर-सीआईएफए, भुवनेश्वर द्वारा विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर ली गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “आगामी एक्वा पार्क रोजगार सृजन, स्वरोजगार और आजीविका सृजन के लिए एक केंद्र के रूप में काम करेगा, तथा मत्स्य पालन क्षेत्र को एक लाभदायक और टिकाऊ उद्यम में बदल देगा।”
धिकारियों ने कहा कि एक्वा पार्क आधुनिक मीठे पानी की जलकृषि प्रौद्योगिकियों को जमीनी स्तर तक पहुंचाने के लिए एक केंद्र के रूप में कार्य करेगा, तथा विविध जलकृषि और संबद्ध उपक्रमों जैसे मछली बीज उत्पादन, मछली आहार निर्माण, मूल्य संवर्धन और विपणन के माध्यम से युवाओं और किसानों को सशक्त बनाएगा।
उच्च गुणवत्ता वाले मछली आहार की उपलब्धता सुनिश्चित करके, यह एक्वा पार्क स्थानीय किसानों के लिए मछली उत्पादन और लाभप्रदता बढ़ाने में मदद करेगा। इसमें मछली आहार निर्माण और उन्नत जलीय कृषि पद्धतियों के प्रदर्शन इकाइयाँ भी होंगी, जो बेरोजगार युवाओं को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करेंगी और इस क्षेत्र में स्वरोजगार को बढ़ावा देंगी।
प्रस्ताव के अनुसार, पार्क भारतीय प्रमुख कार्प (रोहू – जयंती रोहू, कतला – अमृत कतला, मृगल), विदेशी कार्प (हंगेरियन और अमूर स्ट्रेन), माइनर कार्प (कुलवान), कैटफिश (पंगेसियस, मुरेल्स) और सजावटी मछलियों (गोल्ड फिश, कोई कार्प, गप्पी, मौली) के बेहतर गुणवत्ता वाले बीज के उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करेगा।

