डॉ. वाईएस परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी में आज तीन दिवसीय वार्षिक अंतर महाविद्यालय युवा महोत्सव शुरू हुआ।
यह जीवंत कार्यक्रम, जिसमें विश्वविद्यालय के चार घटक महाविद्यालयों – बागवानी महाविद्यालय (सीओएच), वानिकी महाविद्यालय (सीओएफ), तथा नेरी और थुनाग के बागवानी और वानिकी महाविद्यालयों के 250 से अधिक छात्र एक साथ आते हैं, छात्रों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में सोलन के उपायुक्त मनमोहन शर्मा मुख्य अतिथि थे। अपने संबोधन में शर्मा ने समग्र शैक्षिक वातावरण प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालय की प्रशंसा की, जिससे शैक्षणिक और पाठ्येतर विकास को बढ़ावा मिला। उन्होंने विद्यार्थियों के व्यक्तित्व को आकार देने तथा आवश्यक जीवन कौशल निर्माण में ऐसी गतिविधियों के महत्व पर बल दिया।
उन्होंने कहा कि युवा महोत्सव विद्यार्थियों के लिए शौक और प्रतिभा विकसित करने के लिए एक मूल्यवान मंच के रूप में कार्य करता है, जो व्यक्तिगत विकास और जीवन में सफलता में योगदान देता है।
शर्मा ने वैश्विक संस्कृतियों को करीब लाने में सोशल मीडिया की भूमिका के बारे में भी बात की तथा छात्रों को अपनी सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाने और उसे बढ़ावा देने के लिए इन प्लेटफार्मों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया।
इससे पहले, बागवानी महाविद्यालय के डीन डॉ. मनीष शर्मा ने मुख्य अतिथि और प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा उनसे अपनी विविध प्रतिभाओं का प्रदर्शन करने और पूरे महोत्सव के दौरान खेल भावना बनाए रखने का आग्रह किया।
सभी चार कॉलेजों की टुकड़ियों के मार्चपास्ट के साथ आधिकारिक उद्घाटन हुआ, जिसके बाद प्रतिभागियों को खेल भावना की शपथ दिलाई गई। छात्र कल्याण के डीन डॉ. के.के. रैना ने महोत्सव के लिए नियोजित कार्यक्रमों की रूपरेखा बताई – जिसमें ललित कला, साहित्य, रंगमंच, नृत्य और संगीत में व्यक्तिगत और समूह प्रतियोगिताएं शामिल हैं।
पहले दिन विद्यार्थियों ने स्पॉट पेंटिंग, कोलाज मेकिंग, पोस्टर डिजाइन और रंगोली मेकिंग जैसी ललित कला प्रतियोगिताओं में अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। साहित्यिक श्रेणी में प्रतिभागियों ने भाषण, वाद-विवाद और तात्कालिक प्रतियोगिताओं में भाग लिया।
अगले कुछ दिनों में, महोत्सव में रंगमंच प्रदर्शन (एकांकी नाटक, प्रहसन, मूकाभिनय और एकल अभिनय सहित) के साथ-साथ सुगम गायन, देशभक्ति गीत और समूह गान (भारतीय) जैसी श्रेणियों में संगीत प्रतियोगिताएं भी होंगी।
ग्रैंड फिनाले में एक जीवंत समूह लोक नृत्य प्रतियोगिता शामिल होगी। उत्सव के समग्र विजेता का निर्धारण विभिन्न कार्यक्रमों में प्रत्येक कॉलेज द्वारा जमा किए गए अंकों के आधार पर किया जाएगा।
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