चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेजेस झंजेरी के चंडीगढ़ लॉ कॉलेज ने साइबर खतरों पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी की: डिजिटल युग में कानूनी चुनौतियों का सामना करना। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश और पंजाब के एनआरआई आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति राकेश कुमार गर्ग थे, जिनके व्यावहारिक भाषण ने डिजिटल युग में न्याय की सुरक्षा की गंभीरता को रेखांकित किया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ. सागी गीता सेथु, एमिटी लॉ स्कूल यूएई, दुबई में विधि विभागाध्यक्ष और कार्यक्रम प्रमुख थीं। उन्होंने साइबर खतरों से उत्पन्न अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों पर अपना दृष्टिकोण साझा किया।
इसके बाद, पैनल चर्चा में साइबर कानून के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों, न्यायमूर्ति तलवंत सिंह, पूर्व न्यायाधीश, दिल्ली उच्च न्यायालय, नीरजा वोरोवुरु, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, साइबर शाखा, पंजाब और अधिवक्ता प्रियांशु कामरा, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने भाग लिया।
समापन सत्र में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति हरकेश मनुजा की उपस्थिति रही। न्यायमूर्ति मनुजा ने साइबर खतरों और उनके बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला।
दक्षिण एशिया के प्रतिष्ठित शिक्षाविदों द्वारा आयोजित पांच तकनीकी सत्रों की अध्यक्षता की गई, जिनमें बांग्लादेश से डॉ. सैयद सरफरस, उज्जैन के अवंतिका विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ की डीन डॉ. प्रिया सिपाहा, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के स्कूल ऑफ लॉ की अध्यक्ष डॉ. वंदना, पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला से डॉ. मोनिका आहूजा और ग्वालियर के माधव लॉ कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. नीति नितिन पांडे शामिल थे।
प्रबंध निदेशक अर्श धालीवाल ने इस अवसर पर कहा कि इन विचारोत्तेजक सत्रों में अत्याधुनिक मुद्दों पर गहन चर्चा की गई, जिसमें वक्ताओं और प्रतिभागियों ने साइबर अपराध से निपटने के लिए आवश्यक कानूनी ढांचे और सक्रिय रणनीतियों का पता लगाने के लिए सहयोग किया।