पटना, 21 जुलाई । एनडीए में शामिल हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के नीतीश कुमार को लेकर दिए गए बयान के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है। इस मामले में बिहार के ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री जयंत राज कुशवाहा ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा, “जीतन राम मांझी का निजी बयान कुछ भी हो सकता है। हमने मुख्यमंत्री से ऐसा कुछ नहीं सुना है। ये उनके मनगढ़ंत बयान हैं। मुझे नहीं पता कि वे इस तरह के बयान कैसे देते रहते हैं। जीतन राम मांझी अपने कार्यकर्ताओं को उत्साहित करने के लिए इस तरह के बयान गढ़ रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “हमने ऐसा बयान कभी नहीं सुना। जिन्होंने इसे सुना है, कृपया मुझे वीडियो क्लिप दिखाएं, तभी मैं इस मामले पर कुछ कह सकता हूं।”
बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार जीरो टॉलरेंस की सरकार है। अपराध के मामले में नीतीश कुमार कुछ भी बर्दाश्त नहीं करते हैं। अगर किसी ने अपराध किया है तो उसे सजा जरूर मिलेगी। नीतीश कुमार की सरकार में किसी को फंसाने या बचाने का काम नहीं होता है।
जीतन राम मांझी के 25 सीटों पर चुनाव लड़ने के बयान पर उन्होंने कहा कि हर पार्टी अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने के लिए अपने तरीके से कहती रहती है। सीट शेयरिंग की घोषणा सार्वजनिक मंच पर नहीं की जाती। यह अंदरूनी मामला है।
वहीं, इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. शकील अहमद खान ने कहा कि जीतन राम मांझी सही कह रहे हैं। अगर उनमें जमीर होता तो वे कभी एनडीए में शामिल नहीं होते। जीतन राम मांझी की आत्मा में पश्चाताप है, लेकिन वे पद और सत्ता के लिए अपनी जान देने को तैयार हैं।