कांगड़ा और राज्य के लिए यह बेहद गर्व की बात है, क्योंकि 2009 बैच के हिमाचल प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी विमुक्त रंजन को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। वर्तमान में विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) में उप महानिरीक्षक (डीआईजी) के पद पर कार्यरत रंजन को आंतरिक सुरक्षा और राष्ट्रीय सेवा में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया है।
धर्मशाला सरकारी कॉलेज से स्नातक, उनके सेवा रिकॉर्ड में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ शामिल हैं – एसपी (सतर्कता), अतिरिक्त एसपी (शिमला), एएसपी (नूरपुर और देहरा), और बनगढ़ बटालियन कमांडेंट (ऊना)।
कांगड़ा के पुलिस अधीक्षक (2019-2022) के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, रंजन ने अपने प्रशासनिक नेतृत्व और सामुदायिक सेवा के लिए व्यापक ख्याति अर्जित की। उन्होंने 15 अगस्त, 2019 को कांगड़ा पुलिस रक्तदान अभियान का शुभारंभ किया, जहाँ वे पहले रक्तदाता बने और अधिकारियों व नागरिकों को समान रूप से प्रेरित किया।
कांगड़ा में उनके मादक पदार्थ विरोधी अभियानों के परिणामस्वरूप कई तस्करों की गिरफ़्तारी हुई और बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ बरामद हुए। 2019 में उन्हें उत्कृष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था, जिसके बाद यह उनका दूसरा राष्ट्रीय सम्मान है। हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से कस्बे से राष्ट्रीय सुरक्षा के मोर्चे तक रंजन का सफ़र प्रतिबद्धता, निष्ठा और जनसेवा की कहानी है