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इजरायली हमले में मारे गए सैन्य कमांडर्स-न्यूक्लियर साइंटिस्ट समेत 60 लोगों का अंतिम संस्कार करेगा ईरान

Iran will perform the last rites of 60 people including military commanders and nuclear scientists killed in Israeli attack

 

तेहरान, ईरान ने इजरायली हमले में मारे गए वरिष्ठ सैन्य कमांडर्स और प्रमुख न्यूक्लियर साइंटिस्ट समेत 60 लोगों के सम्मान में शनिवार को तेहरान में एक ‘ऐतिहासिक’ अंत्येष्‍टि कार्यक्रम आयोजित किया है। यह समारोह मध्य तेहरान के एंगहेलाब (क्रांति) चौक पर स्थानीय समयानुसार सुबह 8:00 बजे शुरू होगा।

लगभग 11 किलोमीटर दूर ‘आजादी स्क्वायर’ पर एक बड़े पैमाने पर अंतिम संस्कार यात्रा निकाली जाएगी, जहां आगे की रस्में होंगी।

जिन लोगों को दफनाया जा रहा है, उनमें जनरल मोहम्मद बघेरी भी शामिल हैं। जनरल मोहम्मद बघेरी ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) के एक प्रमुख नेता और सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के बाद ईरान के सशस्त्र बलों में दूसरे सबसे बड़े रैंक के अधिकारी थे।

स्थानीय मीडिया के अनुसार, बघेरी को उनकी पत्नी और बेटी के साथ दफनाया जाएगा। वहीं, न्यूक्लियर साइंटिस्ट मोहम्मद मेहदी तेहरानची को उनकी पत्नी के साथ दफनाया जाएगा।

कुल मिलाकर, चार महिलाओं और चार बच्चों को इस समारोह के दौरान याद किया जाएगा। यह दोनों देशों की शत्रुता के बीच मानवीय नुकसान को दर्शाता है।

दोनों देशों के बीच यह संघर्ष 13 जून को शुरू हुआ था। इजरायल ने हमलों की एक सीरीज शुरू करते हुए दावा किया कि कार्रवाई का उद्देश्य ईरान के न्यूक्लियर क्षमताओं को तबाह करना था।

इजरायली हमले ने ईरान में प्रमुख हस्तियों और परमाणु केंद्रों को निशाना बनाया है। इसमें रिवोल्यूशनरी गार्ड के 30 से ज्यादा टॉप कमांडर्स की मौत हो गई। इनमें कमांडर-इन-चीफ होसैन सलामी और इसके एयरोस्पेस फोर्सेज के प्रमुख अमीरली हाजीजादेह शामिल थे।

ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हमलों में कम से कम 627 लोग मारे गए हैं, जबकि लगभग 4,900 घायल हैं।

अंतिम संस्कार में भारी भीड़ जुटने की उम्मीद है। इसे सामूहिक शोक के रूप में देखा जा रहा है। ईरानी राज्य मीडिया ने इसे हाल के दिनों में सबसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक अंतिम संस्कारों में से एक बताया है।

सरकार ने इस आयोजन से पहले राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। इस आयोजन में शीर्ष राजनीतिक और धार्मिक नेताओं, सैन्य अधिकारियों और हजारों नागरिकों के शामिल होने की उम्मीद है।

 

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