नई दिल्ली, 25 सितंबर । दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव इसी सप्ताह होना है। छात्र संघ चुनाव प्रचार में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन का मुद्दा प्रमुखता से उठा रही है। इसके साथ ही एबीवीपी ने दिल्ली विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों से डूसू चुनावों में शत प्रतिशत मतदान की अपील की है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के उम्मीदवारों ने मंगलवार को चुनाव प्रचार के दूसरे दिन दिल्ली विश्वविद्यालय के सभी विभागों और कॉलेजों में छात्रों से संपर्क किया। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने डीयू में छात्रावास निर्माण, मेट्रो के रियायती पास, नए हॉस्टल के निर्माण आदि मुद्दों से अवगत कराया।
एबीवीपी की ओर से डूसू अध्यक्ष पद के प्रत्याशी ऋषभ चौधरी और डूसू सचिव प्रत्याशी मित्रविंदा कर्णवाल ने नार्थ कैंपस कॉलेज में श्री तेग बहादुर खालसा कॉलेज, श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, रामजस कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज, हंसराज कॉलेज, हिंदू कॉलेज आदि में प्रचार किया। वहीं, डूसू उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी भानु प्रताप सिंह और डूसू संयुक्त सचिव प्रत्याशी अमन कपासिया ने साउथ कैंपस के श्री वेंकटेश्वर कॉलेज, आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज, मोतीलाल नेहरू कॉलेज, राम लाल आनंद कॉलेज, शिवाजी कॉलेज में एबीवीपी द्वारा उठाए गए मुद्दों को छात्रों के बीच रखा।
एबीवीपी का कहना है कि वे विभिन्न कॉलेजों के छात्रों को पर्यावरण, खेल, सेवा कार्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर एबीवीपी की गतिविधियों के सकारात्मक प्रभाव के बारे में बता रहे हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पैनल से डूसू में अध्यक्ष पद प्रत्याशी ऋषभ चौधरी ने कहा कि डीयू छात्रसंघ चुनाव में मत प्रतिशत बढ़ सके, इसलिए कैंपेन के दौरान छात्रों से हम विशेष आग्रह कर रहे हैं। डीयू में सकारात्मक परिवर्तन के लिए एबीवीपी पैनल प्रतिबद्ध है। विश्वविद्यालय में बुनियादी सुविधाओं के विकास के मुद्दों को एबीवीपी प्रमुखता से उठा रही है, विद्यार्थियों का हमें व्यापक सहयोग तथा सकारात्मक फीडबैक मिल रहा है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पैनल से डूसू में सचिव पद प्रत्याशी मित्रविंदा ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान कहा कि एबीवीपी के पैनल से वर्ष 2014 से लगातार अब तक छात्राओं की जीत हुई है। एबीवीपी के मेनिफेस्टो कैंपस में छात्राओं की सुरक्षा, सैनेट्री वेडिंग मशीन लगाने सहित छात्राओं से जुड़े विभिन्न मुद्दे प्रमुखता से शामिल हैं। डीयू के महिला कॉलेजों से एबीवीपी को अच्छा समर्थन मिल रहा है। एबीवीपी ने महिला सशक्तीकरण के लिए काम किया है।