चेन्नई, 24 अक्टूबर। ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) महासचिव और तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता एडप्पादी के. पलानीस्वामी (ईपीएस) ने कहा कि राज्य में राजनीतिक दलों के लिए उनकी पार्टी के साथ गठबंधन करना स्वाभाविक है। पार्टी राज्य में मजबूत राजनीतिक ताकत है जो 30 साल से अधिक समय से सत्ता में है।
एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की टिप्पणी कि ‘एआईएडीएमके की प्रतिष्ठा में गिरावट आई है’ पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने मेट्टूर तालुका के वनवासी में पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) का वोट शेयर कम हो गया है, जबकि एआईएडीएमके को फायदा हुआ है।
उन्होंने कहा कि नमक्कल सीट पर 2019 के लोकसभा चुनाव में एआईएडीएमके के उम्मीदवार को तीन लाख वोटों से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन 2024 में यह अंतर घटकर 30 हजार वोट रह गया, जो पार्टी के बढ़ते समर्थन को दर्शाता है।
ईपीएस ने कहा कि 2019 की तुलना में 2024 के चुनावों में एआईएडीएमके का वोट शेयर एक प्रतिशत बढ़ा, जबकि डीएमके का वोट शेयर 2019 में 33.92 प्रतिशत से घटकर 2024 में 26.50 प्रतिशत हो गया, यानी सात प्रतिशत की गिरावट आई।
उन्होंने सीएम स्टालिन के इस आरोप का भी जवाब दिया कि एआईएडीएमके ने तमिलनाडु के लोगों के लिए कुछ नहीं किया है। उन्होंने कहा कि स्टालिन का बयान सरासर झूठ है।
एआईएडीएमके सरकार द्वारा शुरू की गई 562 करोड़ रुपये की योजना को याद करते हुए, जिसका उद्देश्य मेट्टूर से अधिशेष जल को सलेम जिले में 100 जलाशयों को फिर से भरने के लिए डायवर्ट करना था।
उन्होंने दावा किया कि यह परियोजना, जिसे 12 महीने के भीतर पूरी की जानी थी, डीएमके द्वारा पिछले 41 महीने से रोक दी गई है। इसके अतिरिक्त, ईपीएस ने 56,000 करोड़ रुपये की राजस्व वृद्धि के बावजूद मात्र साढ़े तीन वर्षों में 3.5 लाख करोड़ रुपये का कर्ज लेने के लिए डीएमके सरकार की आलोचना की।
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