जेल में बंद सांसद अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि अकाली दल (वारिस पंजाब दे) ने पंजाब के साथ हुए ‘‘अन्याय’’ के विरोध में आज के उपराष्ट्रपति चुनाव का बहिष्कार किया है।
उन्होंने कहा कि सीमावर्ती राज्य में मौजूदा स्थिति बेहद गंभीर है क्योंकि बाढ़ ने घरों, खेतों और आजीविका को तबाह कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये बाढ़ न केवल एक प्राकृतिक आपदा है, बल्कि पंजाब और केंद्र सरकारों की लापरवाही का भी नतीजा है।
तरसेम सिंह ने कहा, ‘‘दुख की बात है कि केंद्र सरकार समय पर राहत पैकेज की घोषणा करने में विफल रही, जिससे पंजाब के प्रति उसकी उदासीनता उजागर हुई।’’
उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह और सरबजीत सिंह खालसा सहित दोनों सांसदों ने विरोध स्वरूप उपराष्ट्रपति चुनाव में भाग न लेने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि यह केवल एक राजनीतिक निर्णय नहीं है, बल्कि पंजाब के अधिकारों और न्याय के लिए एक सैद्धांतिक और ऐतिहासिक विरोध भी है।
उन्होंने आगे कहा कि सिख राजनीतिक कैदियों को उनकी सज़ा पूरी होने के बावजूद रिहा नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सबसे ज़्यादा वोटों से संसद पहुँचने वाले अमृतपाल सिंह पर तीसरी बार रासुका लगाया गया है।