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जयशंकर ने निज्जर की हत्या पर ट्रूडो के आरोपों का खंडन किया, कहा- यह भारत की नीति नहीं

Jaishankar refuted Trudeau's allegations on Nijjar's murder, said- this is not India's policy

नई दिल्ली, 27 सितंबर । कनाडा स्थित खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत की संलिप्तता को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा लगाए गए आरोपों पर पलटवार करते हुए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि यह ”भारत सरकार की नीति नहीं है”।

जयशंकर ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन के बाद न्यूयॉर्क में विदेश संबंध परिषद में बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की।

उन्होंने कहा कि नई दिल्ली ने पहले ही ओटावा को सूचित कर दिया है कि वह विशिष्ट और प्रासंगिक जानकारी देखने के लिए तैयार है।

ट्रूडो के आरोपों के कारण भारत और कनाडा के बीच राजनयिक विवाद पैदा हो गया है। नई दिल्ली ने ओटावा के दावों को “बेतुका और प्रेरित” कहकर खारिज कर दिया है। दोनों देशों ने एक-दूसरे के वरिष्ठ राजनयिकों को निष्‍कासित किया है और अपने नागरिकों के लिए यात्रा परामर्श जारी किया है।

जयशंकर ने कहा, “हमने कनाडाई लोगों से कहा कि यह भारत सरकार की नीति नहीं है। हमने उनसे कहा कि यदि उनके पास कुछ विशिष्ट है, कुछ प्रासंगिक है, तो हमें बताएं। हम इस पर विचार करने के लिए तैयार हैं।”

उनकी यह टिप्पणी कार्यक्रम में भारत में पूर्व अमेरिकी राजदूत केनेथ जस्टर के एक सवाल पर आई।

जयशंकर ने आगे कहा कि पिछले कुछ वर्षों में कनाडा ने वास्तव में अलगाववादी ताकतों से संबंधित संगठित अपराध, हिंसा और उग्रवाद से संबंधित बहुत सारे संगठित अपराध देखे हैं।

उन्होंने कहा, “वे सभी बहुत-बहुत गहराई से जुड़े हैं।”

जयशंकर ने आगे कहा कि भारत कनाडा को उनकी धरती से संचालित संगठित अपराध नेतृत्व के बारे में जानकारी देता रहा है।

उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में प्रत्यर्पण अनुरोध और आतंकवादी नेताओं की पहचान की गई है।

बल्कि, जयशंकर ने कहा कि भारत के सामने ऐसी स्थिति थी जहां वास्तव में हमारे राजनयिकों को धमकी दी गई थी और वाणिज्य दूतावासों पर हमला किया गया था और फिर अक्सर “हमारी राजनीति में हस्तक्षेप है” के बारे में टिप्पणियां की जाती हैं।

उन्होंने कहा, “और, इसमें से बहुत कुछ को अक्सर यह कहकर उचित ठहराया जाता है कि लोकतंत्र इसी तरह काम करता है।”

जयशंकर ने पहले संयुक्त राष्ट्र में अपने भाषण के दौरान इस मुद्दे पर बोला था, लेकिन उन्होंने कनाडा का नाम नहीं लिया था।

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