श्रीनगर, 21 अक्टूबर । जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सुरक्षा बलों द्वारा शुरू किए गए संयुक्त अभियान में रविवार को एक आतंकवादी मारा गया।
सेना की श्रीनगर स्थित चिनार कोर ने कहा कि संयुक्त दल ने भारी हथियारों से लैस एक आतंकवादी को मार गिराया तथा घटनास्थल से एक एके राइफल, दो एके मैगजीन, एके के 57 कारतूस, दो पिस्तौल, तीन पिस्तौल मैगजीन और अन्य युद्ध संबंधी सामान बरामद किया।
चिनार कोर ने कहा, “इलाके में तलाशी अभियान और कार्रवाई जारी है।”
इससे पहले सेना ने कहा था कि संभावित घुसपैठ के बारे में खुफिया जानकारी के आधार पर उरी में नियंत्रण रेखा पर संयुक्त घुसपैठ विरोधी अभियान शुरू किया गया था।
सेना ने कहा, “सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी तथा उन्हें चुनौती दी, जिसके बाद आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सतर्क सैनिकों ने भी प्रभावी गोलीबारी कर जवाब दिया।”
एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित आतंकवादी केंद्र शासित प्रदेश में पिछले कुछ समय से शांति भंग करने के लिए घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं।
हाल के महीनों में आतंकवादियों, खास तौर पर कट्टर विदेशी भाड़े के आतंकवादियों, ने जम्मू संभाग के पहाड़ी जिलों पुंछ, राजौरी, डोडा, कठुआ, उधमपुर और रियासी में सेना, अन्य सुरक्षा बलों और आम लोगों पर कई गुरिल्ला हमले किए हैं।
इन जिलों के घने जंगलों में आतंकवादियों को घात लगाकर हमला करने और फिर दुर्गम जंगलों में छिपने से रोकने के लिए पैरा कमांडो बल और पर्वतीय युद्ध में प्रशिक्षित चार हजार से अधिक प्रशिक्षित कमांडो तैनात किए गए हैं।
इन पहाड़ी जिलों में सेना और सीआरपीएफ की तैनाती के अलावा पुलिस ने ग्राम रक्षा समितियों (वीडीसी) को ऑटोमेटिक हथियार भी जारी किए हैं।
वीडीसी नागरिकों के समूह हैं जिन्हें जम्मू संभाग के दूरदराज, दुर्गम क्षेत्रों में अपने गांवों और परिवारों की आतंकवादियों से रक्षा करने के लिए हथियार चलाने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
आतंकवादियों ने गुरुवार को घाटी के शोपियां जिले के जैनपोरा इलाके में अशोक चौहान नामक एक गैर-स्थानीय बिहार निवासी की हत्या कर दी। अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने हत्यारों की तलाश शुरू कर दी है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला सहित सभी ने इस हमले की व्यापक निंदा की है।