नालंदा, 4 नवंबर । प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों ने ना केवल गरीबों और आम जनता को सस्ती दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की है, बल्कि हजारों लोगों को रोजगार और आत्मनिर्भरता का रास्ता भी दिखाया है।
बिहार शरीफ सदर अस्पताल स्थित जन औषधि केंद्र में कार्यरत फार्मासिस्ट असिस्टेंट कुमारी मीना सिन्हा ने आईएएनएस से खास बातचीत में इस योजना के बारे में जानकारी दी।
कुमारी मीना सिन्हा ने बताया कि पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र योजना की शुरुआत की है। लोगों ने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि ऐसी कोई योजना होगी, जिससे उन्हें इतनी सस्ती दरों पर दवाइयां उपलब्ध हो पाएंगी, लेकिन इस योजना की वजह से यह चीज संभव हो पाई है, जो सराहनीय है। ग्रामीण और गरीब जनता इस योजना से बेहद खुश है और वह पीएम मोदी का आभार व्यक्त करते हैं।
उन्होंने आगे कहा, “पहले उनकी आय का 90 फीसद हिस्सा दवाओं पर खर्च हो जाता था, लेकिन अब 50 से 90 प्रतिशत तक की छूट मिलने से उनके बच्चे शिक्षा हासिल कर पा रहे हैं। साथ ही उनकी परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार आया है।”
उन्होंने बताया कि जन औषधि केंद्र में तीन लोग काम करते हैं, जिनमें एक फार्मासिस्ट और दो असिस्टेंट हैं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि घर की बजाय जन औषधि केंद्र में काम कर पाएंगी। लेकिन इस योजना की वजह से आज मैं आत्मनिर्भर बन पाई हूं और लोगों की सेवा करना हमारे लिए संतोष की बात है।
कुमारी सिन्हा ने बताया कि जन औषधि केंद्र में ब्लड प्रेशर, शुगर, हार्ट की दवाओं से लेकर मल्टीविटामिन, बच्चों के डायपर और महिलाओं के लिए आवश्यक दवाएं भी उपलब्ध हैं। जो दवा दूसरे मेडिकल स्टोर पर 100 रुपये में मिलती थी, वह यहां 20 रुपये में मिल जाती है। कफ सिरप दूसरे मेडिकल स्टोर पर 100 रुपये से अधिक का मिलता है, लेकिन यहां 25-30 रुपये में उपलब्ध है। प्रतिदिन 100 से अधिक लोग जन औषधि केंद्र पर दवाई लेने के लिए आते हैं और यहां आने वाले लोगों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी भी हो रही है। मैं पीएम मोदी का आभार व्यक्त करती हूं, जिनकी वजह से आज कई लोगों को लाभ मिल पा रहा है।
बिहार शरीफ के रहने वाले अमन कुमार ने कहा कि जन औषधि केंद्र दो साल से चल रहा है। यहां बहुत अच्छी और सस्ती दवाएं मिलती हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेहतरीन योजना है। हम लोगों को जागरूक करेंगे कि वह जन औषधि केंद्र से दवाएं खरीदें, ताकि उन्हें भारी छूट का लाभ मिले। इस तरह की योजना के बारे में हमने कभी नहीं सोचा था और इसका फायदा हमें मिल रहा है।