नालंदा, 11 जुलाई । बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बिहारशरीफ सर्किट हाउस में बुधवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए राज्य के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग की। उनका कहना है कि ऐसा बिहार की भौगोलिक स्थिति के कारण है क्योंकि राज्य प्राकृतिक संसाधनों के मामले में पिछड़ा हुआ है।
विजय कुमार चौधरी ने कहा कि हम विशेष राज्य का दर्जा चाहते हैं और इसमें कोई दिक्कत है तो हम विशेष पैकेज की मांग करते हैं और इसका अर्थ है विशेष सहायता। बिहार में यह मांग इसलिए उठती है, क्योंकि यहां प्राकृतिक संसाधनों की कमी है, और यह कमी बिहारवासियों के कारण नहीं, बल्कि भौगोलिक और ऐतिहासिक कारणों से है।
उन्होंने बताया कि बिहार में खान-खदान नहीं हैं, समुद्री किनारा नहीं है। यह बिहार का दोष नहीं है। अगर किसी प्रदेश में सोने की खान है, तो यह न तो वहां की सरकार की उपलब्धि है और न ही पब्लिक की। कहीं हीरे की खदान है, या सैकड़ों किलोमीटर का समुद्री किनारा मिला हुआ है, तो यह उनकी संपत्ति है। बिहार वैसे भाग्यशाली प्रदेशों में नहीं है।
विजय कुमार ने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद नीतीश कुमार ने पूरे देश को बता दिया है कि तरक्की के मामले में फिर भी हम किसी भी प्रदेश से कमतर नहीं हैं। विकास कार्यों के बावजूद भी हम गरीब बने हुए हैं, इसलिए विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज की मांग का आधार यही है, क्योंकि हम बहुत अच्छा काम करने के बावजूद काफी पीछे हैं। विशेष राज्य या पैकेज की मांग के पीछे संवैधानिक प्रावधान भी हैं। हम ऐसा करके कुछ गलत नहीं मांग रहे हैं।
इसके अलावा उन्होंने रुपौली उपचुनाव को लेकर कहा कि एनडीए समर्थित जेडीयू उम्मीदवार की निश्चित तौर पर जीत होगी।