ग्रेटर नोएडा, 9 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के जेवर इलाके में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सोमवार को पहली ट्रायल उड़ान की शुरुआत हुई। इस दौरान विमान को रनवे पर लैंड कराया गया और सारे सुरक्षा उपकरणों की जांच हुई। इस अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू भी मौजूद थे। उनके साथ गौतमबुद्ध नगर के सांसद, विधायक समेत डीजीसीए के अधिकारी भी उपस्थित थे।
इस दौरान केंद्रीय मंत्री नायडू ने कहा, “इस डबल इंजन सरकार को पता है कि एक एयरपोर्ट किस तरीके के विकास को ला सकता है। इससे पूरे रीजन में विकास और इकोनॉमिक एक्टिविटी को बढ़ावा मिल सकता है।”
उन्होंने कहा कि पहले जेवर एक बैकवर्ड एरिया में जाना जाता था, लेकिन इस ट्रायल रन के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए जेवर फॉरवर्ड और इकोनॉमी के ग्रोथ सेंटर के रूप में जाना जाने लगा है। यह एयरपोर्ट सिर्फ पैसेंजर को ही एक स्थान से दूसरे स्थान तक नहीं पहुंचाएगा, बल्कि, कारोबार की दृष्टि से बड़ा कार्गो हब भी होगा। बहुत सारी जॉब पैदा होंगी। हॉस्पिटैलिटी सेक्टर बढ़ेगा। यहां एयरो सेक्टर में कई मल्टीपल इंडस्ट्री ग्रोथ करेंगी। यह फ्यूचर में जॉब पैदा करने का नया स्तंभ भी होगा।
उन्होंने कहा कि यह एक मील का पत्थर साबित होगा और इससे ना सिर्फ नई नौकरियां लोगों को मिलेंगी बल्कि विकास के सारे रास्ते भी खुलेंगे। आज मैं इस वैलिडेशन फंक्शन में मौजूद होकर काफी ज्यादा खुश हूं। जब भी मैं कहीं जाता था तो लोग मुझसे अक्सर यही पूछते थे कि जेवर एयरपोर्ट कब शुरू होगा और मुझे इस बात की खुशी है कि आज इस प्रोग्राम के बाद मुझे लग रहा है कि जल्द से जल्द लोग यहां से उड़ान भरेंगे।
गौरतलब है कि एयरपोर्ट पर सुरक्षा से जुड़े सभी ट्रायल पूरे हो चुके हैं। पहली लैंडिंग के साथ जेवर एयरपोर्ट कमर्शियल सेवाओं के लिए तैयार हो गया है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने सभी सुरक्षा जांच के बाद नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विमान की पहली लैंडिंग की इजाजत दी थी। जिसके बाद डीजीसीए ने इस एयरपोर्ट का परीक्षण किया था।
अब हरी झंडी मिलने के बाद सोमवार को पहले विमान की ट्रायल लैंडिंग हुई। माना जा रहा है कि अप्रैल 2025 से यहां से कमर्शियल फ्लाइट शुरू हो जाएगी, जो पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए बड़ा इकोनॉमिक ग्रोथ का हब बनेगा।
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