झारखंड की घाटशिला विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए शुक्रवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के सोमेश सोरेन और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बाबूलाल सोरेन ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया।
इस दौरान झारखंड में एनडीए और इंडिया गठबंधन के कई बड़े चेहरे उपस्थित रहे। प्रत्याशियों के नामांकन के बाद घाटशिला में दोनों सियासी धड़ों की ओर से अलग-अलग स्थानों पर जनसभाओं का आयोजन किया जा रहा है। अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस सीट पर 2024 के चुनाव में झामुमो के रामदास सोरेन ने जीत दर्ज की थी। इसके बाद उन्हें हेमंत सोरेन ने अपने मंत्रिमंडल में शिक्षा मंत्री के तौर पर जगह दी थी।
तीन माह पहले उनके आकस्मिक निधन की वजह से यहां उपचुनाव कराया जा रहा है।
हेमंत सोरेन सरकार (पार्ट-टू) के अब तक के करीब एक वर्ष के कार्यकाल में किसी सीट पर यह पहला उपचुनाव है, जिसमें पक्ष-विपक्ष की साख दांव पर है। झारखंड मुक्ति मोर्चा ने दिवंगत रामदास सोरेन के बड़े पुत्र सोमेश सोरेन को प्रत्याशी बनाया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने यहां एक बार फिर पूर्व सीएम चंपई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन को उतारा है।
ऐसे में यहां सियासी विरासत का रोचक संघर्ष देखने को मिल रहा है। झामुमो प्रत्याशी सोमेश सोरेन के नामांकन के मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश सहित इंडिया गठबंधन के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पार्टी की ओर से घाटशिला के दाहीगोड़ा सर्कस मैदान में एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया।
दूसरी ओर, भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन के नामांकन के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
नामांकन के बाद भाजपा ने मऊभंडार मैदान में विशाल जनसभा का आयोजन किया। दोनों दलों की जनसभाओं में भारी भीड़ दिखी। ऐसे में उपचुनाव का मुकाबला रोमांचक होने के संकेत मिल रहे हैं। इस उपचुनाव में नामांकन की अंतिम तिथि 18 अक्टूबर निर्धारित है। नामांकन पत्रों की जांच 20 अक्टूबर को होगी, जबकि मतदान 11 नवंबर को कराया जाएगा।
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