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झूरीवाला डंप: 400 से अधिक परिवारों ने बहिष्कार की धमकी दी

पंचकूला में ट्रांस-घग्गर सेक्टरों के निवासियों ने झूरीवाला डंपिंग साइट से कचरा हटाने और कचरा डंप करने के लिए अन्य स्थान निर्धारित करने की मांग करते हुए आगामी हरियाणा विधानसभा चुनावों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।

संग्राम झुरीवाला डंपिंग ग्राउंड समिति के सदस्यों ने बताया कि समिति में शामिल 400 से अधिक परिवारों ने सामूहिक रूप से यह निर्णय लिया।

स्थानीय लोगों के साथ बैठक करने के बाद नगर निगम ने झूरीवाला डंपिंग ग्राउंड को विकेन्द्रीकृत करने तथा विभिन्न वार्डों में नए केंद्र स्थापित करने के लिए शहर भर में मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) केंद्र स्थापित करने के विचार पर भी विचार करना शुरू कर दिया है।

निवासियों ने कहा कि उन्होंने मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है, क्योंकि उनकी सबसे महत्वपूर्ण चिंता का समाधान नहीं किया गया।

सेक्टर 25 के निवासी एडवोकेट नितेश मित्तल ने कहा, “पंचकूला नगर निगम झूरीवाला डंप के बारे में हमारी लंबे समय से चली आ रही चिंता को हल करने में विफल रहा है। यह पूरे शहर का कचरा इस साइट पर लाता रहता है, जबकि कचरे से निकलने वाली दुर्गंध से हमारा जीना दुश्वार हो जाता है। हमने निगम को लिखा है, कई बैठकें की हैं और यहां तक ​​कि इसके कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।”

मित्तल ने बताया कि कूड़े के ढेर को साफ करवाने के लिए गठित समिति से 400 से ज़्यादा परिवार जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा, “इन सभी परिवारों ने चुनाव का बहिष्कार करने का फ़ैसला किया है क्योंकि राज्य सरकार हमारी समस्या का समाधान करने में विफल रही है।”

एक अन्य निवासी मोहित गुप्ता ने नगर निगम के प्रयासों की सराहना की, लेकिन समयबद्ध समाधान की आवश्यकता पर बल दिया। गुप्ता ने कहा, “ऐसा नहीं है कि नगर निगम कुछ नहीं कर रहा है। वे डंपिंग साइट पर बाड़ लगा रहे हैं और रुके हुए पानी को साफ कर रहे हैं। हालांकि, हम कचरा संग्रहण प्रक्रिया के संबंध में समय पर कार्रवाई चाहते हैं क्योंकि इससे निवासियों के स्वास्थ्य को कई तरह के खतरे हो सकते हैं।”

समिति के सदस्यों ने बताया कि उन्होंने कल भी इस मामले पर नगर निगम अधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में नगर निगम आयुक्त सचिन गुप्ता, संयुक्त आयुक्त सिमरनजीत कौर, सीएसआई अविनाश सिंगला और एक्सईएन हरीश समेत अधिकारी शामिल हुए। अधिकारियों ने सभी 20 वार्डों में एमआरएफ केंद्र स्थापित करने और झूरीवाला डंपिंग ग्राउंड का विकेंद्रीकरण करने का प्रस्ताव रखा।

प्रभावित निवासियों ने कहा है कि यदि नगर निकाय समस्या का समाधान करने में विफल रहा तो वे अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई और दंड के लिए राष्ट्रीय हरित अधिकरण में आवेदन दायर करेंगे।

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