बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने दिल्ली, झारखंड और बिहार में जीतन राम मांझी को सीट नहीं मिलने के सवाल पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि जीतन राम मांझी बड़े नेता हैं और इस मुद्दे का हल संगठन के बड़े नेताओं के साथ मिलकर निकाला जाएगा। मांझी द्वारा प्रेशर पॉलिटिक्स की बात किए जाने पर मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि जब बड़े नेता आपस में बातचीत करेंगे, तभी इसका समाधान निकलेगा। इस तरह के सवालों का हल निकालना बड़े नेताओं का दायित्व है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के प्रचार में शामिल होने पर श्रवण कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार प्रचार में जरूर जाएंगे।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने उन्हें और उनके सहयोगियों को प्रचार की जिम्मेदारी दी है और वे अपने दायित्व का पालन कर रहे हैं।
तेजस्वी यादव द्वारा प्रगति यात्रा को “दुर्गति यात्रा” कहने और बिहार की स्थिति पर टिप्पणी करने पर श्रवण कुमार ने कहा कि यह सवाल जनता से पूछने का है कि क्या यह प्रगति यात्रा है या दुर्गति यात्रा। यह जनता पर निर्भर करता है कि उन्हें बिहार की प्रगति यात्रा सही लगती है या नहीं।
उन्होंने कहा कि आज बिहार के लोग गर्व से बिहारी होने की बात करते हैं, जबकि पहले बिहार से बाहर जाने वाला कोई भी बिहारी अपने राज्य को लेकर गर्व महसूस नहीं करता था।
लालू प्रसाद यादव द्वारा नीतीश कुमार, पशुपति पारस और जीतन राम मांझी के लिए दरवाजे खोलने पर मंत्री ने कहा कि इस दरवाजे का कोई महत्व नहीं है, चाहे वह खुले रहे या बंद।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के शासन में बिहार में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, जैसे हर घर में नल का पानी पहुंचाना और पक्का मकान देने के लिए सर्वेक्षण चलाना। केंद्र सरकार भी इस काम में मदद कर रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में, बिहार में विकास के कई कदम उठाए गए हैं।