भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने आज राज्य सरकार की जॉब ट्रेनी स्कीम लाने पर आलोचना की, जिसके तहत व्यक्तियों को दो साल के लिए प्रशिक्षु के रूप में सरकारी विभागों में भर्ती किया जाएगा और योग्यता परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्हें नियमित कर्मचारी के रूप में शामिल किया जाएगा।
बिंदल ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “नौकरी प्रशिक्षु योजना राज्य के बेरोजगार युवाओं को ठगने का एक नया जाल है। इसे इसलिए लाया गया है ताकि नौकरी देने का सवाल ही न उठे।”
उन्होंने कहा कि एक युवा प्रशिक्षु के रूप में नौकरी पाने के लिए एक परीक्षा देगा और फिर उसे नियमित नियुक्ति के लिए दो साल बाद एक और परीक्षा देनी होगी। उन्होंने कहा, “सरल शब्दों में कहें तो यह योजना युवाओं के साथ मज़ाक है।”
बिंदल ने आरोप लगाया कि सरकार युवाओं को धोखा दे रही है और उनका शोषण कर रही है। उन्होंने कहा, “यह सरकार या तो कोई फैसला नहीं लेती और जब लेती है, तो पूरी तरह से जनविरोधी होती है।” बिंदल ने आगे कहा कि प्रियंका गांधी, भूपेश बघेल, राजीव शुक्ला समेत कांग्रेस नेताओं ने वादा किया था कि सत्ता में आने पर सरकार एक लाख नौकरियाँ देगी। उन्होंने कहा, “इन सभी नेताओं और राज्य के नेताओं ने दावा किया था कि राज्य में 63,000 पद खाली हैं और वे पहली कैबिनेट बैठक में एक लाख स्थायी नौकरियों के लिए 37,000 नए पद सृजित करेंगे।”
बिंदल ने कहा कि हज़ारों युवा दो साल से ज़्यादा समय से इन परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है। बिंदल ने आरोप लगाया, “या तो परीक्षा रद्द कर दी जाती है या फिर उनके नतीजे रोक दिए जाते हैं। इस सरकार ने रोज़गार देने वाले संस्थानों को बंद कर दिया और नई अधिसूचना जारी करके कई पदों को ख़त्म कर दिया।”
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