कैथल पुलिस ने नशा मुक्त जिला अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए संदिग्ध नशा तस्करों की धरपकड़ के लिए सघन तलाशी अभियान चलाया। इस अभियान का नेतृत्व एनडीपीएस मामलों के नोडल अधिकारी डीएसपी कुलदीप बेनीवाल ने किया।
तलाशी अभियान से पहले, पुलिस टीमों ने आदतन अपराधियों की पहचान करने के लिए पिछले 10 वर्षों के मादक पदार्थ संबंधी अपराध रिकॉर्ड की जांच की।
कैथल को नशा मुक्त जिला बनाने के लिए पुलिस पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह कार्रवाई समाज से नशे की बुराई को खत्म करने के लिए निरंतर प्रयास का हिस्सा है। किसी भी नशा तस्कर को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे लोगों को सलाखों के पीछे होना चाहिए।
स्थानीय पुलिस, नारकोटिक्स इकाइयों, कमांडो और स्नाइपर कुत्तों की टीमों ने चीका, गुहला, सीवान, सिटी, सदर, पुंडरी और ढांड सहित विभिन्न पुलिस थानों के अंतर्गत कई क्षेत्रों में समन्वित छापे मारे।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) आस्था मोदी ने कहा, “पुलिस कैथल को नशा मुक्त जिला बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह कार्रवाई समाज से नशे की बुराई को खत्म करने के लिए किए जा रहे सतत प्रयासों का हिस्सा है। किसी भी नशा तस्कर को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे लोगों को सलाखों के पीछे होना चाहिए।”
एसपी ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य न केवल ड्रग तस्करों और आदतन अपराधियों को पकड़ना है, बल्कि अवैध रूप से रहने वाले और मादक पदार्थों की गतिविधियों में शामिल लोगों को भी निशाना बनाना है। उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान पुलिस कर्मियों ने स्थानीय निवासियों से भी बातचीत की और उनसे ड्रग से जुड़ी किसी भी गतिविधि की सूचना देने का आग्रह किया। एसपी ने बताया कि सूचना साझा करने वाले लोगों की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
उन्होंने कहा कि जागरूकता प्रयास इस अभियान का हिस्सा थे, क्योंकि पुलिस ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के दुष्प्रभावों के बारे में जनता को संवेदनशील बनाया और युवाओं को नशीले पदार्थों से दूर रहने के लिए प्रोत्साहित किया।
एसपी ने कहा कि इस तरह के तलाशी अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे।