N1Live Haryana कैथल स्थायी समिति को कम लिंगानुपात वाले गांवों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा गया
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कैथल स्थायी समिति को कम लिंगानुपात वाले गांवों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा गया

Kaithal Standing Committee asked to focus on villages with low sex ratio

जिले में लिंगानुपात की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने तथा इसमें सुधार लाने के लिए शुक्रवार को लघु सचिवालय सभागार में जिला स्थायी समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त प्रीति ने की तथा अधिकारियों को पीसीपीएनडीटी तथा एमटीपी अधिनियमों के प्रावधानों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

डीसी प्रीति ने ज़ोर देकर कहा कि समिति को उन गाँवों पर विशेष ध्यान देना चाहिए जहाँ लिंगानुपात या तो कम है या पिछले रिकॉर्ड की तुलना में इसमें गिरावट देखी गई है। उन्होंने अधिकारियों को इस गिरावट के कारणों की पहचान करने और इस समस्या से निपटने के लिए एक प्रभावी रणनीति बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, “कन्या भ्रूण हत्या एक गंभीर अपराध है और इससे सख्ती से निपटा जाना चाहिए। सभी संबंधित विभागों को इस संवेदनशील मुद्दे पर सामूहिक रूप से काम करना चाहिए।”

उन्होंने अल्ट्रासाउंड, एमटीपी और आईवीएफ केंद्रों की कड़ी निगरानी और नियमित निरीक्षण के निर्देश दिए। उन्होंने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत जागरूकता गतिविधियों को मज़बूत करने और यह सुनिश्चित करने का भी आह्वान किया कि आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ता ज़मीनी स्तर पर जानकारी जुटाने में सक्रिय रहें। लिंग निर्धारण या अवैध गर्भपात से संबंधित कोई भी जानकारी तुरंत पुलिस या पुलिस के साथ साझा की जानी चाहिए।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी सूचना दी जाएगी तथा सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।

सामाजिक जागरूकता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, डीसी प्रीति ने कहा कि अभिभावकों को बेटियों के महत्व के बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए, और लड़कियों की शिक्षा और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया जाना चाहिए। स्कूलों को प्रार्थना सभाओं के दौरान नियमित रूप से लैंगिक समानता पर चर्चा करनी चाहिए और इस विचार को प्रोत्साहित करना चाहिए कि लड़के और लड़कियाँ समान हैं, ताकि बच्चे इसी सोच के साथ बड़े हों।

उपायुक्त ने पुलिस विभाग को अपने-अपने क्षेत्रों में अल्ट्रासाउंड और एमटीपी केंद्रों का अद्यतन रिकॉर्ड रखने के भी निर्देश दिए। यदि कोई भी अवैध केंद्र संचालित पाया गया, तो कड़ी जवाबदेही और कार्रवाई की जाएगी। लिंग परीक्षण या कन्या भ्रूण हत्या के मामलों में शामिल लोगों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इन समन्वित प्रयासों से जिले में लिंगानुपात में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेगा।

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