मंडी से सांसद कंगना रनौत ने आज मंडी में जिला बैठकों की एक श्रृंखला की अध्यक्षता की। इन बैठकों का उद्देश्य विकास पहलों और सरकारी योजनाओं की समीक्षा और उनमें तेज़ी लाना था। जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा), संसदीय सड़क सुरक्षा समिति और जिला विद्युत समिति सहित विभिन्न समितियों के तत्वावधान में आयोजित इन सत्रों में पारदर्शिता बढ़ाने, अंतर-विभागीय समन्वय और प्रभावी जन सेवा वितरण पर ध्यान केंद्रित किया गया।
उपायुक्त कार्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित दिशा समिति की बैठक में सांसद ने केंद्र सरकार की कई योजनाओं की प्रगति का आकलन किया। बैठक में विधायक अनिल शर्मा, राकेश जम्वाल, इंदर सिंह गांधी और दिलीप ठाकुर, उपायुक्त अपूर्व देवगन, वरिष्ठ अधिकारी और विभागीय प्रतिनिधि शामिल हुए।
सांसद ने अधिकारियों से परियोजना की समय-सीमा का कड़ाई से पालन करने और पिछली बैठकों में लिए गए निर्णयों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उन्होंने दोहराया कि दिशा का प्राथमिक लक्ष्य विकास प्रयासों की गति और गुणवत्ता दोनों में सुधार लाना है, जिससे निवासियों को अधिकतम लाभ मिल सके।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने ज़िले में चल रही राजमार्ग परियोजनाओं पर नवीनतम जानकारी प्रस्तुत की। कंगना ने गुणवत्ता, सुरक्षा और पारदर्शिता के उच्च मानकों को बनाए रखने के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने मंडी-पठानकोट फोर-लेन के परौर-पधर खंड, नेरचौक-पंडोह सुरंग और पंडोह बाईपास के लिए भूमि अधिग्रहण की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) पर शीघ्र कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने पंडोह-टकोली खंड को सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
मानसून के मौसम में ब्यास और उसकी सहायक नदियों में गाद और मलबे के जमाव पर चिंता व्यक्त करते हुए कंगना ने नदियों को उनकी प्राकृतिक स्थिति में वापस लाने के लिए एक व्यापक पुनरुद्धार योजना की मांग की।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को परिवारों पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग के प्रभाव को उजागर करने वाली एक लघु फिल्म बनाने का निर्देश दिया। नगर निगम को पर्यटकों के बीच स्वच्छता और नागरिक उत्तरदायित्व को बढ़ावा देने वाला एक विज्ञापन बनाने का निर्देश दिया गया। शिक्षा विभाग को शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए एक रणनीति विकसित करने का निर्देश दिया गया। उन्होंने विभागों को विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन में आने वाली किसी भी चुनौती की तुरंत सूचना देने के लिए प्रोत्साहित किया और सांसद निधि योजना के तहत पहलों के क्रियान्वयन में देरी के प्रति आगाह किया।

