नई दिल्ली, 27 अगस्त भाजपा ने सोमवार को अपनी सांसद कंगना रनौत की किसान आंदोलन पर विवादास्पद टिप्पणी से असहमति जताई और कहा कि उन्हें ऐसी टिप्पणी नहीं करने का निर्देश दिया गया है।
इससे पहले रनौत ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि अगर शीर्ष नेतृत्व पर्याप्त मजबूत नहीं होता तो किसानों के विरोध प्रदर्शन से देश में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी।
मंडी के सांसद द्वारा एक्स पर साझा किए गए एक वीडियो में, उन्होंने आरोप लगाया कि अब निरस्त किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध के दौरान “लाशें लटक रही थीं और बलात्कार हो रहे थे”।
भाजपा ने एक बयान में कहा, “किसान आंदोलन के संदर्भ में भाजपा सांसद कंगना रनौत द्वारा दिया गया बयान पार्टी की राय नहीं है। भारतीय जनता पार्टी कंगना रनौत द्वारा दिए गए बयान से अपनी असहमति व्यक्त करती है।”
इसमें कहा गया है कि भाजपा की ओर से रनौत को पार्टी के नीतिगत मुद्दों पर बयान देने की न तो अनुमति है और न ही उन्हें ऐसा करने का अधिकार है। बयान में कहा गया, “भारतीय जनता पार्टी की ओर से कंगना रनौत को भविष्य में इस तरह का कोई बयान नहीं देने का निर्देश दिया गया है।”
इसमें कहा गया है, “भारतीय जनता पार्टी ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ और सामाजिक सद्भाव के सिद्धांतों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है।”