करनाल शहर में सिटी सर्विलांस प्रोजेक्ट के तहत लगाए गए सीसीटीवी कैमरे कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस के लिए अहम साबित हो रहे हैं। सड़कों पर नज़र रखने वाले इन कैमरों ने पुलिस को चोरी, झपटमारी, अपहरण, छेड़छाड़ से लेकर सड़क दुर्घटनाओं और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों तक, विभिन्न अपराधों के 172 मामलों को सुलझाने में मदद की है।
शहर भर में 98 महत्वपूर्ण स्थानों पर कुल 429 उच्च तकनीक वाले कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें इंटेलिजेंट वीडियो मैनेजमेंट सिस्टम (IVMS) से लैस 230 निगरानी कैमरे और इंटेलिजेंट ट्रैफ़िक मैनेजमेंट सिस्टम (ITMS) से लैस 199 रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन (RLVD) और ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर (ANPR) कैमरे शामिल हैं। इन कैमरों से प्राप्त लाइव फीड की निगरानी करनाल पुलिस और करनाल स्मार्ट सिटी लिमिटेड (KSCL) की टीम द्वारा एकीकृत कमांड एवं नियंत्रण केंद्र (ICCC) में चौबीसों घंटे की जाती है।
आईसीसीसी में कैमरा संचालन प्रभारी एएसआई अशोक शर्मा ने बताया कि इस साल 269 मामलों में सीसीटीवी फुटेज की तलाश की गई, जिनमें से 172 सर्विलांस सिस्टम की मदद से सुलझाए गए। इनमें चोरी के 31, दुर्घटनाओं के 47, स्नैचिंग और गुमशुदा लोगों की तलाश के 14-14, चोट पहुँचाने के 19, गोलीबारी के पाँच, धमकी के तीन, धोखाधड़ी, छेड़छाड़, हत्या और रंजिश के दो-दो, और अपहरण, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाने, एनडीपीएस और आत्महत्या के एक-एक मामले शामिल हैं। उन्होंने आगे कहा, “पिछले साल भी, इस सिस्टम ने 237 मामलों को सुलझाने में हमारी मदद करके अपनी उपयोगिता साबित की थी।”