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कर्नाटक बीजेपी मुसलमानों का आरक्षण रद्द करने के अपने रुख पर कायम : बोम्मई

Karnataka BJP stands firm on its stand of canceling reservation for Muslims: Bommai

हुबली, 27 अप्रैल । पूर्व मुख्यमंत्री और हावेरी लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी उम्मीदवार बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा कर्नाटक में मुसलमानों के लिए आरक्षण रद्द करने के अपने रुख पर कायम है।

उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया झूठ बोल रहे हैं, वह भी अदालती कार्यवाही के बारे में। अभी तक सीएम ने कोर्ट में यह खुलासा नहीं किया है कि उनकी सरकार मुसलमानों का आरक्षण रद्द करेगी या नहीं।

बोम्मई ने कहा,“हमारे रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। यह ज्ञात नहीं है कि वर्तमान राज्य सरकार इसे जारी रखेगी या नहीं। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने बहुत पहले ही इसका विरोध किया था।”

बोम्मई ने कहा कि डॉ. बी.आर.अंबेडकर ने संविधान में स्पष्ट रूप से कहा है कि धर्म आधारित आरक्षण नहीं होगा। इसके बावजूद मुस्लिम समुदाय के लगभग 24 उप-संप्रदाय आरक्षण की 2ए श्रेणी में हैं।

जब आंध्र प्रदेश में इसी तरह की कवायद की गई तो सुप्रीम कोर्ट ने इसकी मंजूरी नहीं दी। उन्होंने कहा, लेकिन अब जब मौजूदा कांग्रेस सरकार की बात आई, तो उनके पास एक अलग तर्क है।

हाल ही में हुबली के एक कॉलेज में एमसीए छात्रा नेहा हीरेमथ की हत्या पर टिप्पणी करते हुए बोम्मई ने दावा किया कि मामले की जांच पटरी से उतर गई है।

शुक्रवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात करने वाले बोम्मई ने कहा, अगर राज्य सरकार का किसी को बचाने का कोई इरादा नहीं है, तो मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपा जाना चाहिए।

बोम्मई ने दावा किया, “कांग्रेस ने जांच को भटकाने की कोशिश की, लेकिन विपक्षी दलों ने इसे विफल कर दिया। इस साजिश के पीछे बहुत सारे लोग थे और इसका खुलासा नेहा के माता-पिता ने किया है।”

बोम्मई ने कहा, “परिवार चाहता है कि मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए। राज्य सरकार ने इसे सीआईडी को सौंपकर अपना पल्ला झाड़ लिया है। किसी को बचाने के लिए इस मामले को दबाया नहीं जाना चाहिए।”

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा विपक्षी दलों पर हत्या का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाने के बारे में पूछे जाने पर, बोम्मई ने कहा कि अगर कॉलेज परिसर में हत्या होती है, तो क्या विपक्षी दलों को चुप रहना चाहिए? क्या कांग्रेस पार्टी विपक्ष में रहते हुए चुप रही? मुख्यमंत्री उनसे शांत रहने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? इस घटना से पूरा राज्य हिल गया है और छात्र विरोध में शामिल हो रहे हैं। क्या वे राजनीति कर रहे हैं?

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