बेंगलुरू, 7 जून । कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने लोगों को धूम्रपान के दुष्परिणाम बताने के साथ इसे अपने जीवन से बाहर करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ जीवन जीने को महत्व दिया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री सिद्दारमैया विधान सौधा में सचिवालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए आयोजित निशुल्क स्वास्थ्य जांच और उपचार शिविर के उद्घाटन के अवसर पर लोगों को संबोधित कर रहे थे।
सीएम ने कहा, ”साथियों के दबाव के कारण नशे की लत लग सकती है। लेकिन हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए और खुद को बचाना चाहिए। मैं पहले सिगरेट पीता था। एक बार दोस्तों ने विदेशी सिगरेट का पैकेट खरीदा, तो मैंने एक के बाद एक सिगरेट पी। मैंने कुछ ही समय में कई सिगरेट पी ली। अगले दिन मुझे बुरा लगा और मैंने 27 अगस्त 1987 को सिगरेट छोड़ने का फैसला किया। उसी दिन मैंने पूरी तरह से धूम्रपान छोड़ दिया।”
सीएम सिद्दारमैया ने आगे कहा कि जो लोग लंबे समय तक बिना शारीरिक गतिविधि के बैठे रहते हैं, उनके बीमार होने की संभावना अधिक होती है। इसलिए शारीरिक और मानसिक गतिविधि जरूरी है। जीवनशैली और खान-पान की आदतें मानव स्वास्थ्य पर गलत प्रभाव डालती हैं।
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार सभी वर्गों के लोगों को स्वास्थ्य और आवश्यक उपचार प्रदान करने के लिए लगातार कार्यक्रम तैयार कर रही है और उन्हें लागू कर रही है।
उन्होंने कहा, “कैंसर जैसी घातक बीमारियों का भी इलाज संभव है। अगर नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच कराई जाए तो लंबे समय तक स्वस्थ रहना संभव है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वजों की स्वास्थ्य प्रणाली और कड़ी मेहनत वाली जीवनशैली ने उन्हें अधिक स्वस्थ और मजबूत बनाए रखा था।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस तरह के स्वास्थ्य जांच शिविर नियमित रूप से पूरे राज्य में आयोजित किए जाएं। मुख्यमंत्री ने बुढ़ापे में आने वाली समस्याओं से बचने के लिए कम उम्र से ही अच्छे स्वास्थ्य का ख्याल रखने का आह्वान किया।