जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के कोलंबिया में लोकतंत्र पर दिए गए बयान पर जमकर आलोचना की। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि भारत में लोकतंत्र को सबसे बड़ा खतरा राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी के शासनकाल में हुआ था।
आईएएनएस से बातचीत में जदयू के वरिष्ठ नेता ने कांग्रेस पार्टी पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि 25 जून 1975 को ढाई लाख से अधिक सामाजिक कार्यकर्ता, जो राजनीति से जुड़े थे, जेल भेज दिए गए थे। उस दौरान प्रेस पर सेंसरशिप लागू की गई थी और नागरिक स्वतंत्रता को समाप्त कर दिया गया था। राहुल गांधी को यह पता होना चाहिए कि कांग्रेस काल में देश का लोकतंत्र खतरे में था।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार अमेरिका द्वारा थोपे गए आर्थिक संकट से निपटने के लिए लगातार प्रयासरत है, जिसमें चीन एक महत्वपूर्ण भागीदार साबित होगा।
शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे के हालिया बयानों पर जदयू नेता ने कहा कि यह उनके पिता बालासाहेब ठाकरे की भाषा नहीं है। उन्होंने सुझाव दिया कि उद्धव गलत लोगों की संगत में हैं, जिसके कारण वे इस तरह की अभद्र भाषा का उपयोग कर रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर दिए गए बयानों पर त्यागी ने कहा कि कांग्रेस का 140 साल और आरएसएस का 100 साल का इतिहास है। कांग्रेस नेताओं को आत्ममंथन करना चाहिए कि उनकी संख्या इतनी कम क्यों हो गई।
आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए के रुख पर त्यागी ने कहा कि गठबंधन में कोई असमंजस नहीं है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा और वे मुख्यमंत्री बने रहेंगे। सीट बंटवारे को लेकर भी भाजपा और जदयू के बीच कोई विवाद नहीं है।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वे एनडीए के मजबूत नेता हैं और चुनाव प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। सीट बंटवारे को लेकर कोई विवाद नहीं है।
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