नई दिल्ली, 13 दिसंबर । दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने शुक्रवार को आईएएनएस से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने अपने कार्यकाल में एक भी सीएजी की रिपोर्ट विधानसभा में पेश नहीं की।
नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि केजरीवाल सरकार ने अपने पूरे कार्यकाल में एक भी कैग (सीएजी) की रिपोर्ट विधानसभा के पटल पर नहीं रखी। उन्होंने इसे हैरानी और चिंता का विषय बताया है।
उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को सदन में बुलाया जाना चाहिए, चाहे आचार संहिता लागू हो या नहीं। विधानसभा की अवधि फरवरी तक है और यह स्थिति नहीं हो सकती कि सरकार सदन की कार्यवाही से बचने के लिए बहानेबाजी करती रहे। हम केजरीवाल की बहानेबाजी को अब चलने नहीं देंगे। उन्होंने आगे कहा कि जब भी विपक्ष ने विधानसभा में कैग की रिपोर्ट को पटल पर रखने की मांग की, तो उन्हें मार्शल आउट किया गया।
विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि हमें विधानसभा के अंदर सजा दी गई, हमें यह समझाया गया कि आखिर हम कैग की रिपोर्ट को क्यों उठाना चाहते हैं। हमें माइक बंद करके चुप कराया गया, यह बेहद हैरानी और दुख की बात है।
आपको बताते चलें, दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता समेत भाजपा के 7 विधायकों ने 2017 से लेकर 2021 तक के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (सीएजी) रिपोर्ट को विधानसभा की पटल पर रखने की मांग को लेकर पूर्व में दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका भी दायर कर चुके हैं।
भाजपा की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि ये सभी सीएजी रिपोर्ट दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के पास लंबित है। याचिका में दिल्ली सरकार को निर्देश देने की मांग की है कि वह सीएजी की रिपोर्ट्स को उप-राज्यपाल को भेजें, ताकि वह इन रिपोर्ट्स को दिल्ली विधानसभा के समक्ष प्रस्तुत कर सकें।
याचिका दायर करने वालों में विजेंद्र गुप्ता के अलावा भाजपा विधायक मोहन सिंह बिष्ट, ओम प्रकाश शर्मा, अजय कुमार महावर, अभय वर्मा, अनिल बाजपेई और जितेंद्र महाजन शामिल हैं।
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