दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा की सत्ता वापसी हुई है। खबर लिखे जाने तक भाजपा ने 30 सीटों पर जीत हासिल की थी और 18 पर बढ़त बनाए हुए थी। आम आदमी पार्टी ने 15 सीटों पर जीत दर्ज की और 7 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस को इस चुनाव में कोई सीट नहीं मिली। आम आदमी पार्टी की इस हार पर केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि अब केजरीवाल को अपनी पार्टी के भविष्य के बारे में चिंतन करना चाहिए कि उसका अस्तित्व बचेगा या नहीं।
आईएएनएस से बात करते हुए मंत्री हरदीप पुरी ने कहा, “इस जीत पर मैं सभी को बधाई देना चाहता हूं। इन नतीजों के आलोक में केजरीवाल को आत्ममंथन करने की जरूरत है कि वह अपनी पार्टी का अस्तित्व बचा पाएंगे या नहीं।”
उन्होंने कहा, “केजरीवाल को यह भी देखना होगा कि इस हार के बाद क्या वह पूर्व की भांति ही रिमोट कंट्रोल से पंजाब की सरकार चला पाएंगे या नहीं। इसका पता आगे लग जाएगा। हरदीप पुरी ने कहा कि आप का जन्म भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन से हुआ था। केजरीवाल को जनता की बड़ी अच्छी प्रतिक्रिया भी मिली थी। लेकिन अब लगता है कि उनकी पार्टी इतिहास का हिस्सा बन जाएगी। इंडी गठबंधन के भीतर भी बहुत लड़ाइयां हैं। कांग्रेस पार्टी इंडी गठबंधन का नेतृत्व कर सकती थी। लेकिन कांग्रेस नेतृत्व को न टीएमसी ने माना न ही केजरीवाल ने माना। ऐसे में इंडी गठबंधन का भविष्य भी अंधकारमय है।”
बता दें कि आप नेता अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से और मनीष सिसोदिया जंगपुरा सीट से हार गए हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री आतिशी ने कालकाजी सीट पर विजय प्राप्त की है। सत्येंद्र जैन भी चुनाव हार गए हैं। हार के बाद केजरीवाल ने कहा – “हम हार को स्वीकार करते हैं। भाजपा को जीत की बधाई। जनता ने उन्हें बहुमत दिया है। मुझे उम्मीद है कि वे लोगों की आकांक्षाओं पर खरे उतरेंगे।”
उधर, भाजपा के मुख्यालय पर उत्सव का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शाम 7 बजे पार्टी के मुख्यालय पहुंचकर कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
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