कोच्चि, कोच्चि कार्यालय से जुड़े प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को माकपा नियंत्रित त्रिशूर स्थित करुवन्नूर सहकारी बैंक में 312 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के पांच आरोपियों के आवासों पर एक साथ छापेमारी शुरू की। जिन पांच आरोपियों के घर पर छापेमारी शुरू हुई, उनमें से चार जमानत पर बाहर हैं।
त्रिशूर जिले में करुवन्नूर सहकारी बैंक धोखाधड़ी मामला एक साल पहले सुर्खियों में आया था, लेकिन पुलिस ने जांच में कोई गंभीरता नहीं दिखार्ई।
विवाद तब बढ़ा, जब एक जमाकर्ता ने इलाज के लिए जमा किए गए पैसों को वापस पाने के लिए कई दलीलें दीं, लेकिन उसे पैसे नहीं मिले। इस दौरान उसने दम तौड़ दिया। इस मामले में केरल हाईकोर्ट ने भी हस्तक्षेप किया।
पिछले हफ्ते कोर्ट ने घोटाले के दागी सहकारी बैंक को आपातकालीन भुगतान को छोड़कर सभी भुगतान रोकने का निर्देश दिया। साथ ही पिनाराई विजयन सरकार को जमाकर्ताओं को वापस भुगतान करने के उद्देश्य से एक रोडमैप तैयार करने को कहा।
माकपा समर्थित बैंक ने अदालत को सूचित किया कि इस समय उनके पास केवल 60 लाख रुपये नकद हैं और कुछ अन्य संपत्ति है, जिसे बेचकर जमाकर्ताओं को भुगतान किया जा सकता है।
कोर्ट को बैंक ने यह भी बताया कि 284 करोड़ रुपये की कुल जमा राशि में से 142 करोड़ रुपये की राशि मैच्योर्ड हो चुकी है।
कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष ने बैंक धोखाधड़ी की सीबीआई जांच की मांग की है।