हरियाणा के सरकारी स्कूलों के छात्र जल्द ही मध्याह्न भोजन योजना के तहत हफ़्ते में एक बार झटपट खीर और पिन्नी का आनंद ले सकेंगे। राज्य सरकार ने बाल वाटिका से लेकर आठवीं कक्षा तक के बच्चों के पोषण सेवन को बढ़ाने के लिए इन पारंपरिक मिठाइयों को शामिल करने को मंज़ूरी दे दी है।
प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय द्वारा सभी जिला प्रारंभिक शिक्षा अधिकारियों (डीईईओ) को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, नया मेनू 1 नवंबर से लागू होगा और अगले साल 31 मार्च तक जारी रहेगा। यह पहल हरियाणा कृषि उद्योग निगम लिमिटेड (एचएआईसीएल) के सहयोग से क्रियान्वित की जा रही है।
वर्तमान में, सरकारी स्कूलों में नामांकित 15 लाख से अधिक छात्र – बाल वाटिका से लेकर उच्च प्राथमिक कक्षाओं तक – मध्याह्न भोजन कार्यक्रम के अंतर्गत आते हैं। विज्ञप्ति में बताया गया है कि 1 सितंबर से 90 दिनों की पायलट अवधि के लिए नूंह और भिवानी जिलों में पिन्नी की सेवा शुरू की जा चुकी है। इसके पूरा होने के बाद, संबंधित डीईईओ अपनी आगे की ज़रूरतें एचएआईसीएल के प्रबंध निदेशक को भेजेंगे।
शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया, “पर्याप्त पोषण सुनिश्चित करने के लिए नियमित स्कूल के दिनों में हफ़्ते में एक बार इंस्टेंट खीर और पिन्नी परोसी जाएगी। पिन्नी उस दिन वितरित की जाएगी जिस दिन छात्रों को आयरन-फोलिक एसिड की गोलियाँ दी जाएँगी। यह पहल मध्याह्न भोजन की पोषण गुणवत्ता में सुधार के लिए भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुरूप है।”
निदेशालय ने डीईईओ को एचएआईसीएल के साथ मिलकर समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया है ताकि समय पर वितरण सुनिश्चित किया जा सके तथा तैयारी और आपूर्ति के दौरान स्वच्छता और खाद्य-गुणवत्ता मानदंडों का सख्ती से पालन किया जा सके। अधिकारी ने आगे कहा, “मिड-डे मील योजना सिर्फ़ खाना परोसने से कहीं आगे जाती है। यह एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका उद्देश्य नामांकन, उपस्थिति और ठहराव बढ़ाकर, साथ ही बच्चों के पोषण में सुधार करके सार्वभौमिक प्राथमिक शिक्षा प्राप्त करना है।”
जिला स्तर पर कार्यान्वयन रोहतक के डीईईओ दिलजीत सिंह ने नए निर्देशों की पुष्टि की और कहा कि जिले के सभी खंड शिक्षा अधिकारियों (बीईओ) को आवश्यक व्यवस्था करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘रोहतक जिले में मध्याह्न भोजन योजना के तहत लगभग 36,000 स्कूली बच्चे नामांकित हैं।’’
रेवाड़ी में मध्याह्न भोजन योजना के कार्यक्रम कार्यकारी अली अहमद ने कहा कि कार्यक्रम में वर्तमान में 17 व्यंजन शामिल हैं, तथा एक निश्चित मेनू के अनुसार प्रतिदिन भोजन तैयार किया जाता है।


Leave feedback about this