कुरूक्षेत्र, 3 अप्रैल पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, पंजाब में आयोजित प्रतिष्ठित 37वें अखिल भारतीय अंतर-विश्वविद्यालय युवा महोत्सव में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने समग्र रूप से तीसरा स्थान हासिल किया है।
कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने सांस्कृतिक दल को उनके उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए बधाई दी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने न केवल राष्ट्रीय सांस्कृतिक परिदृश्य में अपनी जगह बनाई है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण प्रगति की है। प्रोफेसर सचदेवा ने विभिन्न विधाओं के माध्यम से हरियाणवी संस्कृति को संरक्षित करने में विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना की और राष्ट्रीय मंच पर विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की सराहना की।
उन्होंने कहा, “विश्वविद्यालय सांस्कृतिक प्रयासों में उत्कृष्टता प्राप्त कर रहा है और भविष्य में और सफलता की आशा करता है।”
युवा और सांस्कृतिक मामलों के विभाग (डीवाईसीए) के निदेशक प्रोफेसर महा सिंह पूनिया ने कहा कि विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों ने जुलूस, लाइट वोकल, हिंदी नाटक, पोस्टर-मेकिंग जैसे कार्यक्रमों में पहला स्थान हासिल किया; लोक ऑर्केस्ट्रा, वेस्टर्न वोकल सोलो, माइम, रंगोली और एलोक्यूशन में दूसरा स्थान हासिल किया; और भारतीय समूह गीत, एकल शास्त्रीय गायन वाद्ययंत्र, कोलाज और क्ले-मॉडलिंग में तीसरा।