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पुष्कर में मूसलाधार बारिश से सरोवर का जलस्तर बढ़ा, निचले इलाके जलमग्न

Lake water level rises due to torrential rains in Pushkar, low lying areas submerged

पुष्कर, 5 अगस्त । राजस्थान के पुष्कर में सोमवार तड़के चार बजे से शुरू हुई मूसलाधार बारिश से पुष्कर सरोवर का जलस्तर 25 फीट से ऊपर पहुंच गया है। लगातार बारिश के कारण सरोवर के फीडर उफान पर हैं, जिससे डूब क्षेत्र में स्थित होटलों और रिजॉर्ट्स में पानी घुसने की आशंका बढ़ गई है।

लगातार हो रही बारिश ने पुष्कर कस्बे के निचले इलाकों को जलमग्न कर दिया है। लगातार छह घंटे की बारिश के कारण वाराह घाट, पुराना रंगजी मंदिर, पटवारी गली, मिश्रा का मोहल्ला, सदर बाजार, गुरुद्वारा, माली मोहल्ला, सावित्री मार्ग, और परिक्रमा मार्ग जैसे क्षेत्रों में घुटनों तक पानी भर गया है। इसके चलते आम जनजीवन प्रभावित हुआ है, और कई घरों में पानी घुस गया है। जलभराव के कारण क्षेत्र में रह रहे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

बारिश के साथ सफाई कर्मचारियों की हड़ताल ने समस्या को और बढ़ा दिया है। सड़कों और गलियों में कचरा जमा हो गया है, जो बरसाती पानी के साथ सरोवर में जा रहा है। सरोवर में कचरे को रोकने के लिए बनाई गई लोहे की जालियां भी पानी के तेज प्रवाह में टूट गई हैं। नगर पालिका ने सफाई निरीक्षक लोकेंद्र सिंह के नेतृत्व में 10 स्थायी कर्मचारी, सिविल डिफेंस के 29 वॉलिंटियर, और छह अतिरिक्त मजदूरों की मदद से सरोवर में नाव चलाकर गंदगी साफ करने का निर्णय लिया है।

डूब क्षेत्र में स्थित होटलों और रिजॉर्ट्स में पानी घुसने की आशंका के चलते प्रशासन ने एहतियात के तौर पर आपदा प्रबंधन विभाग और टीमों को अलर्ट पर रखा है। पालिका की टीम रेस्क्यू के लिए तैयार है और जरूरत पड़ने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा।

पालिका अध्यक्ष कमल पाठक ने पुष्कर सरोवर, सावित्री मार्ग स्थित रेन ड्रेनेज पंप हाउस और डूब क्षेत्र का जायजा लिया। उन्होंने पालिका कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए पंप हाउस को लगातार चलाने के निर्देश दिए।

पुष्कर सरोवर की पवित्रता को बनाए रखने के लिए पुरोहितों ने सफाई अभियान की शुरुआत की है। सरोवर से कचरे को निकालने के लिए नाव के माध्यम से सफाई की जा रही है। तीर्थ पुरोहित वेद प्रकाश पाराशर ने बताया कि पिछले चार दिन से हो रही बारिश के चलते कस्बे का कचरा सरोवर में जा रहा है, जिसे रोकने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

तीर्थ पुरोहितों ने सरोवर के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए किनारे पर चेतावनी के लिए लाल झंडे लगाने और सिविल डिफेंस के वॉलंटियर की अतिरिक्त तैनाती की मांग की है। इसके अलावा, जलभराव के कारण राजकीय अस्पताल की दीवार भी टूट गई है, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।

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