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बिजली लाइन बिछाने के लिए अधिग्रहित की गई जमीन, किसान चाहते हैं बाजार दर पर राहत

Land acquired for laying power lines, farmers want relief at market rates

झज्जर, 5 अगस्त भारतीय किसान कामगार अधिकार मोर्चा ने आज बिरधाना गांव में किसान मजदूर महापंचायत का आयोजन किया और उन किसानों को बाजार भाव के अनुसार मुआवजा देने की मांग की जिनकी जमीन पर हाईटेंशन (एचटी) बिजली की लाइन बिछाई गई है।

इस पंचायत में आसपास के इलाकों से किसान और विभिन्न खाप पंचायतों के पदाधिकारी शामिल हुए। झज्जर की कांग्रेस विधायक और पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने भी वहां पहुंचकर किसानों की मांग को जायज बताते हुए उनके साथ एकजुटता दिखाई।

मोर्चा के अध्यक्ष सत्येंद्र लोहचब ने कहा कि मुआवजे के मुद्दे पर यह पहली किसान महापंचायत है और वे भाजपा सरकार की मुआवजा नीति के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए विधानसभा चुनाव से पहले राज्य भर में ऐसी 50 महापंचायत आयोजित करेंगे।

झज्जर के 21 गांवों से गुजर रहे तार जिले के करीब 21 गांवों और प्रदेश के 300 गांवों की कृषि भूमि से ओवरहेड हाईटेंशन बिजली की लाइनें गुजर रही हैं। हम बाजार दर के हिसाब से जमीन का मुआवजा मांग रहे हैं, जबकि अधिकारी सर्किल रेट के हिसाब से मुआवजा देना चाहते हैं, जो बाजार दर से काफी कम है। – सत्येंद्र लोहचब, अध्यक्ष, भारतीय किसान कामगार अधिकार मोर्चा

लोहचब ने कहा, “जिले के 21 से अधिक गांवों और राज्य के 300 से अधिक गांवों की कृषि भूमि से ओवरहेड हाईटेंशन बिजली की लाइनें गुजर रही हैं। हम बाजार दर के अनुसार मुआवजे की मांग कर रहे हैं, जबकि अधिकारी सर्किल रेट के अनुसार मुआवजा देना चाहते हैं, जो बाजार दर से काफी कम है।” गीता ने कहा कि उन्होंने विधानसभा में भी किसानों की मांगों को उठाया है।

“उनकी मांगें जायज हैं और सरकार को बिना किसी देरी के उन्हें पूरा करना चाहिए। महापंचायत में किसानों ने कांग्रेस से इस मुद्दे को अपने घोषणापत्र में शामिल करने का भी अनुरोध किया है। हम पार्टी के चुनाव घोषणापत्र में किसानों की चिंताओं को दूर करने का वादा करते हैं,” गीता ने कहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले भी किसानों के साथ खड़ी थी और आज भी किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसी भी तरह से किसानों के हितों की अनदेखी नहीं होने देगी।

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